Session Started by Hawan Ceremony – 02/08/2017
जेसीडी मैमोरियल कॉलेज का नया सत्र हवन-यज्ञ से हुआ प्रारंभ
विद्यार्थियों को उनके शिक्षण में निर्धारित लक्ष्य एवं उद्देश्यों को पूर्ण करने में करेंगे सहयोग – डॉ.आर.आर.मलिक
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सिरसा 2 अगस्त, 2017 : जेसीडी विद्यापीठ में स्थापित मैमोरियल कॉलेज के नवागन्तुक विद्यार्थियों के नए सत्र का शुभारंभ हवन-यज्ञ व विद्या की देवी मां सरस्वती की आराधना के साथ हुआ,जिसमें जेसीडी विद्यापीठ के प्रबंधन समन्वयक इंजी.आकाश चावला,शैक्षणिक निदेशक डॉ.आर.आर.मलिक ने बतौर मुख्यातिथि तथा मुख्य यजमान की भूमिका निभाई। इस अवसर पर जेसीडी मैमोरियल कॉलेज के प्राचार्य डॉ.प्रदीप स्नेही के अलावा जेसीडी विद्यापीठ के रजिस्ट्रार श्री सुधांशु गुप्ता सहित विद्यापीठ के सभी महाविद्यालयों के प्राचार्य,स्टाफ सदस्य एवं नवागन्तुक विद्यार्थियों सहित अनेक अतिथियों ने भी हवन में आहुति डाली।
इस अवसर पर बतौर मुख्य यजमान व मुख्यातिथि इंजी.आकाश चावला एवं शैक्षणिक निदेशक डॉ.आर.आर.मलिक ने प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों का कॉलेज में स्वागत करते हुए कहा कि आपने आधारभूत शिक्षा प्राप्त करके अब व्यवसायिक शिक्षा की ओर कदम बढ़ा रहे हो, क्योंकि कॉलेज स्तर की पढ़ाई विद्यार्थी को क्षेत्र विशेष में रोजगार की ओर अग्रसर करती है, जेसीडी विद्यापीठ विद्यार्थियों के इस लक्ष्य और उदेदश्य को प्राप्त करने में हर संभव सहायता करेगा। उन्होंने कहा कि हमारे संस्थान में व्याप्त अत्याधुनिक प्रयोगशालाएं, वाई-वाई इंटरनेट सुविधा, स्वच्छ पेयजल सुविधा,ई-लाइब्रेरी,खुले एवं हवादार कक्षा-कक्ष,प्रशिक्षित स्टॉफ सदस्य एवं हरा-भरा प्रांगण आदि सुविधाओं के कारण ही यह विद्यार्थियों की पहली पसंद बन चुका है। उन्होंने कहा कि शिक्षा में गुणवत्ता ही हमारा मुख्य ध्येय है। डॉ.मलिक ने कहा कि हमारा उद्देश्य विद्यार्थियों को केवल डिग्री देना ही नहीं अपितु विद्यार्थियों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के साथ-साथ आत्मनिर्भर बनने के लिए अन्य प्रशिक्षण भी प्रदान करना है,जिसके लिए हम सदैव प्रयास करते रहेंगे।
इस मौके पर कॉलेज के प्राचार्य डॉ प्रदीप स्नेही ने अपने सम्बोधन में विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे मेहनत और लग्न से शिक्षा ग्रहण करके अपने उन सपनों को साकार रूप देने की कोशिश करे जो आपने अपने मन में संजोकर अपने साथ यहां जाएं हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी कार्य का प्रारंभ अगर हवन-यज्ञ से किया जाता है तो वह शुभ फलदायी होता। हवन-यज्ञ जहां एक ओर मानसिक शांति प्रदान करता है वहीं इसका धुंआ सम्पूर्ण वातावरण को स्वच्छ करता है क्योंकि हवन में डाली जाने वाली सामग्री में अनेक ऐसी औषधियां निहित होती है जो वातावरण के लिए अच्छी होती है। डॉ.स्नेही ने कहा कि हवन में बोला जाने वाला स्वाहा: शब्द अपने आप में एक समर्पण है,इससे हम अपनी सम्पूर्ण बुराईयों को पवित्र अग्रि में समाहित करते हैं,इसलिए भी यह अच्छे कर्म में शामिल है।
इस मौके पर नवगान्तुक सभी विद्यार्थीयों सहित मुख्यातिथि अन्य अतिथियों के अलावा अन्य कॉलेजों के प्राचार्यों के अलावा समस्त स्टॉफ सदस्यों ने भी पावन हवन-यज्ञ में आहुति डालकर मंगलमय भविष्य एवं शैक्षिक प्रगति की कामना की।