One Week ICT Training Programme by NITTTR – JCDM College of Engineering
To introduce about various processes involved in the development of curriculum and to discuss various methods for its effective implementation, one-week short term course on “Curriculum Development Processes” organized for the faculty members in JCDM College of Engineering, Sirsa (Haryana). The course was conducted under the scheme of faculty induction training of MHRD, Govt. of India and was organized under the supervision of Dr. A.B. Gupta, Prof & Head Curriculum development center, National Institute of Technical Teachers Training and Research, Chandigarh via video conferencing. Dr. Dinesh Kumar Gupta, Principal JCDM College of Engineering, Sirsa informed that 26 faculty members from various institutes participated in the course. In the one week course, participants learned about the need for curriculum development, design processes, implementation methods and outcome-based curriculum. The curriculum must be developed by keeping in view the expectations of the industry so that students can be made more employable, as discussed by Er. S. K. Gupta, an eminent speaker in the course. The participants were also informed about “Rubric Tool” for effective evaluation of the performance of students. The tool is much better than ordinary marks or CGPA based system of performance evaluation.
Other eminent speakers in the course included Dr. Anil Kumar (NITTTR, Bhopal), Er. P. K. Singla (NITTR, Chandigarh) and Er. V P Puri (NITTR, Chandigarh) as well. In each and every session, the keynote speakers enlightened various aspects of effective implementation of curriculum development with the help of interactive presentations. Dr. Dinesh Kumar Gupta, Principal JCDM College of Engineering thanked the Professors of NITTTR, Chandigarh for organizing such a fruitful course. The participants also provided their feedbacks to course coordinators at NITTTR, Chandigarh in the valedictory session of one week course. The course was organized under the supervision of Er. Veena Rani, HOD ECE. All the Heads of Department, teaching faculty and participants were present on the occasion.
सिरसा 16 जुलाई, 2018 : जेसीडी इंजीनियरिंग कॉलेज में एनआईटीटीटीआर चंडीगढ़ के सौजन्य से विडियो कांफ्रेंसिंग के द्वारा साप्ताहिक इंडकशन ट्रेनिंग कोर्स का आयोजन करवाया गया, जिसमें सिरसा के विभिन्न संस्थानों से 26 से अधिक शिक्षकों द्वारा हिस्सा लिया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन राष्ट्रीय तकनीकि शिक्षक प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान चंडीगढ़ के पाठ्यक्रम निर्धारण विभाग के प्रोफेसर डॉ. ए.वी. गुप्ता की देखरेख में किया गया था। वहीं इस कार्यक्रम में भोपाल से डॉ. अनिल कुमार, डॉ. पी.के. सिंगला, डॉ. एस.के.गुप्ता व डॉ. वी.पी. पुरी ने भी मुख्य वक्ता की भूमिका निभाते हुए अपने-अपने विषय से सम्बन्धित जानकारियां प्रदान करके प्रतिभागियों का ज्ञानवद्र्धन किया गया। इंजी. कॉलेज की ओर से इस कार्यक्रम की देखरेख इलैक्ट्रॉनिक्स विभाग की अध्यक्ष इंजी. वीना रानी द्वारा की गई।
जेसीडी इंजीनियरिंग कॉलेज के प्राचार्य डॉ. दिनेश कुमार गुप्ता ने इस कार्यक्रम के बारे में जानकारी प्रदान करते हुए कहा कि छात्रों के सम्पूर्ण विकास में पाठ्यक्रम संयोजन की भूमिका अह्म होती है, जिससे वे पढ़ाई के साथ-साथ नवीनतम तकनीकों से भी रूबरू हो सकते हैं। उन्होंने बताया कि एक सर्वे के अुनसार भारत में प्रत्येक वर्ष स्नातक होने वाले छात्रों में केवल 15-20 प्रतिशत छात्र ही इंडस्ट्री के मानकों पर खरा उतर पाते हैं, इसलिए पाठ्यक्रम निर्धारण करते समय इंडस्ट्री की अपेक्षाओं को भी ध्यान में रखना बहुत जरूरी हो जाता है। उन्होंने कहा कि इस साप्ताहिक कोर्स के दौरान इन्हीं सब पहलुओं पर विस्तारपूर्वक चर्चा की गई तथा शिक्षकों को पाठ्यक्रम क्रियान्वयन के विभिन्न तरीकों पर जानकारी भी प्रदान की गई। डॉ. गुप्ता ने कहा कि शिक्षकों को सर्वप्रथम प्रत्येक छात्र की मनोदशा के अनुरूप ही उन्हें पढ़ाना चाहिए क्योंकि सभी की मनोदशा भिन्न-भिन्न होती है, इसलिए हमें पहले उनके स्तर को समझ लेना चाहिए तथा उसके अनुरूप ही शिक्षण प्रक्रिया को चलाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर शिक्षक केवल अपना लेक्चरर सम्पूर्ण करके चला जाए तथा विद्यार्थियों को उसकी समझ ना आए तो उसका कोई औचित्य नहीं रह जाता है।
इस कार्यक्रम के सफलत आयोजन के लिए प्राचार्य एवं अन्य को बधाई प्रेषित करते हुए जेसीडी विद्यापीठ के प्रबंधन समन्वयक इंजी. आकाश चावला एवं शैक्षणिक निदेशक डॉ. आर.आर. मलिक ने कहा कि जननायक चौधरी देवीलाल जी ने सिरसा जैसे शिक्षा के क्षेत्र में पिछड़े हुए क्षेत्र को ऊंचाइयों पर पहुंचाने का जो सपना देखा था वो साकार रूप ले रहा है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी इस संस्थान में बेहतर शिक्षा हासिल करके अपने जिला के साथ-साथ सम्पूर्ण हरियाणा का नाम रोशन करने का काम कर रहे हैं। उन्होंने विडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से विख्यात विद्वानों से रूबरू करवाने और उनसे ज्ञान हासिल करवाने के लिए एनआईटीटीटीआर चण्डीगढ़ की सराहना करते हुए विद्यार्थियों को विश्वास दिलाया कि निकट भविष्य में भी ऐसे आयोजनों के माध्यम से आपके ज्ञान स्तर को ओर अधिक बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमारे शिक्षक इस कोर्स को पूरी लग्र एवं मेहनत से करके उसका प्रयोग विद्यार्थियों के बीच में करेंगे ताकि इसका लाभ विद्यार्थियों को भी हो सके।
इस अवसर पर सिरसा जिला एवं आसपास के क्षेत्र से 26 से अधिक प्रतिभागी शिक्षकों ने हिस्सा लिया तथा कॉलेज के सभी विभागाध्यक्ष एवं अन्य शिक्षक भी उपस्थित रहे।