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Celebration of Children’s Day
  • By Davinder Sidhu
  • November 16, 2023
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Celebration of Children’s Day

संचार कौशल विश्लेषणात्मक मानसिकता विकसित करने की देता है चुनौती : डॉ.ढींडसा
बच्चे सिर्फ भविष्य नहीं हैं, वे हैं वर्तमान: डॉ. ढींडसा
जेसीडी में बाल दिवस पर विभिन्न प्रतियोगिताओं का किया गया आयोजन।

सिरसा 14 नवंबर 2023: जेसीडी में बाल दिवस पर वूमेन सेल, लिटरेरी सेल और आर्ट्स एसोसिएशन ने आज विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया जिसमें भाषण प्रतियोगिता , निबंध लेखन, पोस्टर मेकिंग , पेंटिंग, पॉट डेकोरेशन को शामिल किया गया। इसमें शानदार प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित भी किया गया। इस दौरान इन कार्यक्रमों की अध्यक्षता शिक्षण महाविद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर जय प्रकाश एवं मेमोरियल कॉलेज की प्राचार्या डॉक्टर शिखा गोयल द्वारा संयुक्त रूप से की गई। इस अवसर पर उनके साथ विभिन्न सेल और एसोसिएशन के संयोजक समेत अन्य प्राध्यापकगण भी मौजूद रहे।

जेसीडी विद्यापीठ के महानिदेशक एवं अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वैज्ञानिक प्रोफेसर डॉक्टर कुलदीप सिंह ढींडसा ने बाल दिवस पर अपने संदेश में कहा कि बच्चे सिर्फ भविष्य नहीं हैं, वे वर्तमान हैं. बाल दिवस मनाना केवल मौज-मस्ती और खेल का दिन नहीं है; यह दुनिया में उनके द्वारा लाई गई अविश्वसनीय क्षमता को पोषित करने, मार्गदर्शन करने और उसकी सराहना करने की याद दिलाता है । यह यह स्वीकार करने का दिन है कि प्रत्येक बच्चा सपनों और संभावनाओं का एक अनूठा ब्रह्मांड है।

डॉक्टर ढींडसा ने कहा कि भाषण प्रतियोगिता और संचार कौशल विद्यार्थियों को अपने पैरों पर खड़े होकर सोचने और समस्या-समाधान के प्रति एक विश्लेषणात्मक मानसिकता विकसित करने की चुनौती देता है। सार्वजनिक भाषण आलोचनात्मक सोच, तर्क, अनुसंधान, याद रखने और अन्य महत्वपूर्ण संज्ञानात्मक कौशल को भी प्रोत्साहित करते हैं क्योंकि वे दुनिया में अपना रास्ता बनाते हैं। उन्होंने कहा कि संचार कौशल के बिना, कामकाजी दुनिया और जीवन में प्रगति करने की क्षमता लगभग असंभव होगी। सार्वजनिक भाषण संचार के सबसे महत्वपूर्ण रूपों में से एक है। एक बेहतरीन संचार कौशल सामने वाले को और अधिक जानने के लिए प्रेरित करती है । किसी भी श्रोता को किसी बात के पक्ष या विपक्ष में किसी विचार या तर्क के साथ संबोधित करते समय, सार्वजनिक रूप से बोलना आपको अपना मामला मजबूती से और ठोस ढंग से रखने की अनुमति देता है ।

इस दौरान प्राचार्य डॉक्टर जय प्रकाश एवं प्राचार्या डॉ. शिखा गोयल ने सभी विद्यार्थियों और स्टाफ सदस्यों को बाल दिवस की बधाई देते हुए कहा कि बाल दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य देश में बच्चों की भलाई, शिक्षा और विकास के प्रति लोगों को जागरूक करना है। यह दिन बच्चों की मासूमियत, रचनात्मकता और क्षमता को दर्शाता है। 14 नवंबर का दिन बच्चों के लिए बेहद खास होता है। इस वर्ष के बाल दिवस की थीम, ‘ हर बच्चे के लिए, हर अधिकार ‘, दुनिया भर में हर बच्चे के अधिकारों को बनाए रखने की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है। बच्चे देश का भविष्य हैं और यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि उन्हें सही तरह की शिक्षा और स्वस्थ बचपन मिले। बाल दिवस पूरे विश्व में बच्चों के लिए उचित शिक्षा तक पहुंच के महत्व पर जागरूकता पैदा करता है।

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