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Celebration of Lohri & Makar Sankranti Function
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  • January 13, 2021
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Celebration of Lohri & Makar Sankranti Function

जेसीडी विद्यापीठ प्रांगण में गूंजा ‘सुंदरिए-मुंदरिए का शोर
रिश्तों की गर्माहट को जीवंत रखने का त्यौहार है लोहड़ी पर्व : कांता सिंह चौटाला
संस्थान में स्थापित कॉलेजों व छात्रावास में विद्यार्थियों ने हर्षोल्लास से मनाया लोहड़ी का पावन त्योहार

सिरसा 13 जनवरी, 2021 : जेसीडी विद्यापीठ में स्थापित फार्मेसी कॉलेज, शिक्षण महाविद्यालय, इंजीनियरिंग कॉलेज, मैमोरियल कॉलेज, डेन्टल कॉलेज, आईबीएम कॉलेज एवं महिला व पुरूष छात्रावास में लोहड़ी पर्व पर मस्ती का आलम रहा तथा विद्यार्थियों ने मनोरंजक प्रस्तुतियों के माध्यम से खूब वाहवाही लूटी तथा इस त्यौहार को धूमधाम से मनाया। इस मौके पर आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में श्रीमती कांता सिंह चौटाला ने बतौर मुख्यातिथि व श्री मनिन्द्रपाल सिंह बराड़ ने विशिष्ट अतिथि के तौर पर जेसीडी विद्यापीठ की प्रबंध निदेशक डॉ. शमीम शर्मा की अध्यक्षता में पावन अग्रि में तिल डालकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस मौके पर उनके साथ जेसीडी विद्यापीठ के सभी कॉलेजों के प्राचार्य डॉ. जयप्रकाश, डॉ. अरिन्दम सरकार, डॉ. अनुपमा सेतिया, डॉ. राजेन्द्र कुमार, डॉ. दिनेश गुप्ता, जेसीडी विद्यापीठ के रजिस्ट्रार सुधांशु गुप्ता के अलावा अनेक अन्य अधिकारीगण सहित समस्त स्टॉफ सदस्य, विद्यार्थीगण व गणमान्य लोग भी उपस्थित रहे।

सभी कॉलेजों के विद्यार्थियों द्वारा संयुक्त रूप से एक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें कार्यक्रम का प्रारंभ लोहड़ी से जुड़े लोकगीत द्वारा बीएड कॉलेज के विद्यार्थियों द्वारा किया गया तथा इसके पश्चात् विभिन्न बीए द्वितीय वर्ष के छात्र अर्श एवं गु्रप व फार्मेसी कॉलेज के विशाल एंड गु्रप द्वारा भंगड़ा प्रस्तुत किया गया। इसके बाद डेन्टल कॉलेज के तृतीय व चतुर्थ वर्ष के विद्यार्थियों द्वारा फयूजन डांस किया गया। सरगम गु्रप द्वारा इसके पश्चात् गु्रप सांग प्रस्तुत किया। बीएड की छात्रा दीपिका तथा मैमोरियल की साक्षी द्वारा हरियाणवीं डांस पर सभी को झूमने पर विवश किया गया। डी.फार्मा के अंकुश ने एकल नृत्य में वाहवाही लूटी। डी.फार्मा की मीनाक्षी एवं मधु ने डयूट डांस किया। वहीं जसप्रीत कौर एवं वकील द्वारा डयूट गीत व नृत्य प्रस्तुत किया गया। बीबीए के मनदीप एवं खुशदीप द्वारा ड्यूट भंगड़ा प्रस्तुत किया गया। इंजीनियरिंग कॉलेज के विद्यार्थियों द्वारा एकल गायन प्रस्तुत किया गया। वहीं नन्हें बालक युगंातर प्रधान द्वारा मधुर आवाज में गीत तथा विजय मोयल द्वारा पुराने गानों पर नृत्य प्रस्तुत करके खूब वाहवाही लूटी गई।

इस अवसर पर डॉ. शमीम शर्मा ने अपने संबोधन में सर्वप्रथम सभी को लोहड़ी एवं मकर संक्राति की बधाई प्रेषित करते हुए मुख्यातिथि एवं विशिष्ट अतिथि से सभी को परिचित करवाते हुए कहा कि त्यौहार हमारी भारतीय संस्कृति के प्रतीक हैं ओर हमारी भारतीय सभ्यता की इनसे ही पहचान है। त्योहार हमें उम्मीद, उत्साह एवं हौंसला प्रदान करते हैं। उन्होंने कहा कि पंजाबी लोगों का यह त्यौहार गर्मजोशी के साथ एवं अनुशासित माहौल में मनाया जाना चाहिए ताकि इससे हमारे आपसी सम्बन्ध ओर बेहतर बन सकें। डॉ. शर्मा ने कहा कि प्रत्येक त्योहार की अपनी एक अहमियत है, गरिमा है इसलिए हमें उन्हें मनाने के साथ-साथ उनके पीछे निहित इतिहास को जानना चाहिए तथा उनसे शिक्षा भी हासिल करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें कई त्योहारों पर फिजूलखर्ची से बचना चाहिए और गरीबों की उन पैसों से दिल-खोलकर मदद करनी चाहिए ताकि उनका त्योहार भी अच्छा बन सके।

इस मौके पर बतौर मुख्यातिथि अपने संबोधन में श्रीमती कांता सिंह चौटाला ने सभी विद्यार्थियों एवं उपस्थितजनों को लोहड़ी एवं मकर संक्रांति की बधाई प्रेषित करते हुए कहा कि लोहड़ी का त्यौहार सम्पूर्ण उत्तर भारत में मनाया जाने वाला प्रसिद्ध त्यौहार है, जिसे सभी लोग बड़े उत्साह के साथ मनाते हैं। उन्होंने कहा कि इस त्यौहार का सम्बन्ध खेतों की खुशहाली, सम्बन्धों में गर्माहट और शीत ऋतु के सम्मान का प्रतीक है। उन्होंनेे कहा कि आजकल की युवा पीढ़ी पाश्चात्य सभ्यता को अपनाती जा रही है और हमारी पौराणिक संस्कृति से जुड़े तीज-त्यौहारों को भुलती जा रही हैं, जिससे हमारी संस्कृति का हनन हो रहा है। उन्होंने कहा कि आप सभी युवा है तथा आपमें जिस प्रकार किसी सांस्कृतिक कार्यक्रम को लेकर जो उत्साह देखने को मिलता है, उसी प्रकार का उत्साह अपने शिक्षण एवं खेलों में भी दिखाए तथा अपने देश को आगे बढ़ाएं तथा देशहित के लिए अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें।

विशिष्ट अतिथि श्री मनिन्द्रपाल सिंह बराड़ ने अपने संबोधन में सभी को इन पावन त्योहारों की बधाई प्रेषित करते हुए सभी के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि हमें अनुशासन में रहते हुए प्रत्येक त्यौहार को हर्षोल्लास के साथ मनाना चाहिए ताकि हमारी संस्कृति एवं संस्कारों को बचाया जा सके।

कार्यक्रम के अंत में डॉ. अनुपमा सेतिया ने अपने धन्यवादी अभिभाषण में सभी को बधाई प्रेषित करते हुए कहा कि विद्यापीठ में समय-समय पर सभी त्यौहारों को मनाया जाता है ताकि विद्यार्थी को एक अलग माहौल मिल सके तथा वह हमारी पौराणिक संस्कृति को बेहतर तरीके से जान व समझ सके।

इस कार्यक्रम में सभी कॉलेजों के प्राचार्यों ने भी विद्यार्थियों को अपनी बधाई प्रेषित की और तिल और देसी घी से लोहड़ी के उपलक्ष्य में अग्रि की पूजा की गई और उपस्थित सभी को मूंगफली, रेवड़ी व गज्जक आदि भी वितरित किये गए। इन कार्यक्रमों में सभी कॉलेजों के स्टॉफ सदस्य एवं समस्त विद्यार्थीगण भी उपस्थित रहे।

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