Drug Abuse in Punjab a matter of concern
पंजाब में बढ़ता हुआ नशीली दवाओं का चलन चिन्ता का विषय -डा. ढींडसा
सिरसा 24 जून 2024: अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वैज्ञानिक एवं जननायक चौधरी देवीलाल विद्यापीठ सिरसा के महानिदेशक डाॅ. कुलदीप सिंह ढींडसा ने बताया कि पंजाब में कम से कम 14 मौते नशीली दवाओं के अत्यधिक सेवन से पिछलों दो सप्ताह में हुई हैं, जिससे एक बार फिर संबंधित अधिकारी सीमावर्ती राज्य में इस समस्या को जड़ से खत्म करने में नाकाम रहे आम धारणा है कि यह नशीली दवाएं अक्सर पाकिस्तान से तस्करी के द्वारा लाई जाती है।
डा. ढींडसा ने कहा कि इनमें से नौ मौतें अकेले पिछले सप्ताह में हुई हैं। यह आंकडे मुख्यतयः मृतक के परिवार के सदस्यों और स्थानीय पुलिस के बयानों पर आधारित है। गुरदासपुर में तीन, अबोहर, मोगा, अमृतसर और फिरोजपुर में दो-दो और मुक्तसर, फरीदकोट और लुधियाणा में एक-एक मौत हुई है।
डा. कुलदीप ढींडसा ने कहा कि यह मौते पंजाब में जून 2018 के ड्रग ओवरडोज संकट की याद दिलाती हैं जब 23 युवाओं की मौत हो गई थी।
ज्ञातव्य है कि हाल ही में हुई लगभग आधी मौतों के मामले में पुलिस ने कथित दवा आपूर्तिकर्ताओं के खिलाफ मामले दर्ज किए हैं। सरकार नशीली दवाओं के सेवन से होने वाली ऐसी मौतों को तभी दर्ज करती है जब विसरा जांच में इसकी पुष्टि हो जाती है। ऐसा संदेह है कि पीड़ितों ने या तो अधिक मात्रा में हेरोइन ली या मिलावटी दवाओं का सेवन किया।
गुरदासपुर के दीदा सांसियान गांव में ओवरडोज से तीन लोगों की मौत की सूचना मिली हैं। पीड़ितों की पहचान मध्यम आयु वर्ग के पुरुषों के रूप में की गई और उनमें से एक के शरीर पर सीरिंज के निशान थे। पुलिस सूत्रों के अनुसार 17 लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 304 और एनडीपीएस अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। उनमें से चार को गिरफ्तार कर लिया गया है। जबकि बाकी संदिग्धों की तलाश जारी है।
अबोहर में शुक्रवार को दो व्यक्ति मृत पाए गए, जिनमें से एक नई आबादी में और एक रेलवे स्टेशन के पार ठाकुर आबादी के पास था। आशंका है कि दोनों की मौतें नशीली दवाओं के सेवन से हुई है।
गुरुवार को शेरगढ़ गांव के एक श्मशान घाट में 23 वर्षीय जगमीत सिंह के रहस्यमय परिस्थितियों में मृत पाए जाने के बाद मलोट पुलिस ने दो लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। जगमीत के चाचा सेवक सिंह ने बताया कि युवक की मौत नशे की ओवर डोज से हुई है। उसी गांव के बूटा राम और दलीप राम पर आईपीसी की धारा 304 और 34 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
गुरुहरसहाय के गांव कोहर सिंह वाला के गुरविंदर सिंह का शव 9 जून का गांव के कब्रिस्तान में पड़ा मिला और उनके शव के पास एक सिरिंज देखी गई। वह अपने वृद्ध माता-पिता का इकलौता पुत्र था। 8 जून को जालंधर के संदीप सिंह रहस्यमय परिस्थितियों में मृत पाए गए थे। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि संदीप जीरा में एक निजी नशा मुक्ति केंद्र से इलाज करा रहा था और कथित तौर पर नशीली दवाओं के दुरुपयोग के कारण उसकी मौत हो गई।
फरीदकोट में नानकसर बस्ती के गब्बर सिंह (24) की आज ऐसे ही कारणों से मौत हो गई। मोगा में 4 से 6 जून के बीच दो मौतें हुईं, कुलदीप सिंह (40) और मनी सिंह (24)। पायल (लुधियाना) के आजम मोहम्मद की 3 जून को खन्ना में मौत हो गई। अमृतसर में, हाल ही में सुल्तानविंड गांव में कथित तौर पर नशीली दवाओं के अत्यधिक सेवन के कारण दो युवक मृत पाए गए और 14 जून को अटारी में एक अज्ञात युवक मृत पाया गया।
अन्त में डा. ढींडसा ने कहा कि नौजवानों की अकाल मृत्यु के इस तान्डव जड़ से उखाड़ना होगा। इस के लिए पुलिस को एक दीर्घ कालीन कार्यक्रम बनाना होगा और इसे दृढ़ता से लागू करना होगा।