Hawan ceremony at JCDV
डॉक्टर ढींडसा ने अपनी धर्मपत्नी की पुण्यतिथि पर करवाया हवन का आयोजन*
06 मार्च, 2023, सिरसा: जेसीडी विद्यापीठ के महानिदेशक एवं अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वैज्ञानिक ने आज अपने आवास पर अपनी धर्मपत्नी की पुण्यतिथि पर एक हवन का आयोजन करवाया । इस हवन में जेसीडी विद्यापीठ के महानिदेशक एवं अन्य अधिकारी गण एवं कर्मचारी उपस्थित रहे और उन्होंने और गणमान्य अतिथियों ने हवन यज्ञ में अपने कर कमलों द्वारा आहुति डालकर स्वर्गीय शकुंतला जी की मन की शांति के लिए कामना की। डॉ ढींडसा की धर्मपत्नी स्वर्गीय शकुंतला जो कि चौधरी हरफूल सिंह आईएएस अधिकारी तत्कालीन डिप्टी कमिश्नर हिसार की सुपुत्री थी और जिन का स्वर्गवास 6 मार्च 1992 को लीवर कैंसर के कारण हो गया था। उनके इलाज के लिए उन्होंने अपने देश के इलावा विदेशों में भी कोशिश की लेकिन उनका इलाज सफल नहीं हो पाया और उनका मात्र 42 वर्ष की आयु में ही स्वर्गवास हो गया । तत्पश्चात डॉक्टर ढींडसा ने अपने बच्चों के लिए एक त्याग का उदाहरण देते हुए दूसरी शादी नहीं करवाई।
इस अवसर पर डॉक्टर ढींडसा ने कहा कि वह हर वर्ष अपनी धर्मपत्नी के पुण्यतिथि पर हवन करवाते हैं और गरीबों को दान देते हैं। उन्होंने कहा कि आज भी हवन में आहुति डालकर उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की और उन्होंने हवन का महत्व बताते हुए कहा कि हवन कोई साधारण प्रक्रिया नहीं है। इसका वैज्ञानिक दृष्टिकोण भी बहुत श्रेष्ठ है।हवन सामग्री मनुष्य व प्रकृति दोनों लिये लाभदायक होती है उन्होने कहा कि हवन हमारी संस्कृति का अभिन्न अंग हमेशा से रहा है और हवन आत्मा की शांति , स्वास्थ्य एवं समृद्धि इत्यादि के लिए भी किया जाता है। उन्होंने कहा कि सुख, शांति, आरोग्य एवं समृद्धि के लिए हम सब भगवान के नाम का स्मरण पूजा-पाठ इत्यादि करते हैं। अध्यात्मिक में सुख-सौभाग्य के लिए प्रतिदिन अथवा मुख्य अवसरों पर हवन करने को आवश्यक बताया गया है। जिस स्थान पर हवन किया जाता है, वहां उपस्थित लोगों पर तो उसका सकारात्मक असर पड़ता ही है साथ ही वातावरण में मौजूद रोगाणु और विषाणुओं के नष्ट होने से पर्यावरण भी शुद्ध होता है, शरीर स्वस्थ्य रहता है। क्योंकि हवन में काम में ली जाने वाली जड़ी बूटी युक्त हवन सामग्री, शुद्ध घी, पवित्र वृक्षों की लकड़ियां, कपूर आदि के जलने से उत्पन्न अग्नि और धुएं से वातावरण शुद्ध तो होता ही है,नकारात्मक शक्तियां भी दूर भागती हैं।