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Healthcheck, Blood donation Camps and Plantation at JCDV, Sirsa
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  • September 22, 2018
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Healthcheck, Blood donation Camps and Plantation at JCDV, Sirsa

जेसीडी विद्यापीठ में 3 दिवसीय स्वास्थय जाँच शिविर व रक्त दान शिविर व पौधारोपण कार्यक्रमों का हुआ विधिवत् आयोजन

Chaudhary Devi Lal Ji’s birth anniversary is celebrated with great enthusiasm this year as well in JCDV, Sirsa. On the first day of this three-day event function, on September 22, a large health check camp and blood donation camp was organized on behalf of JCD Super Speciality Hospital and Trauma Center. In the program, the famous social worker Padam Jain was the Chief Guest. The porgram was presided over by the Mr. Akash Chawla, Managment Executive & Dr. R R Malik, Education Director.

105 units of blood were collected in the Health Check Camp and Blood Donation Camp. Addressing all the students, Padam Jain, said that there is no religion bigger than blood donation. To date, there is neither a factory nor any other alternative to making blood. It is a real sacrifice that is possible only by humankind. The blood given by us preserves many lives, this realization happens to us when one of us battles between life and death for our blood.

जननायक चौ देवीलाल विद्यापीठ में चौ देवीलाल जी का जन्मदिवस गतवर्षो की भांति इस वर्ष भी बड़ी धूम-धाम से मनाया जा रहा है। इस तीन दिवसीय कार्यक्रम समारोह में प्रथम दिवस दिनाक 22 सितम्बर को जेसीडी सुपरस्पेशलिटी हास्पिटल एवम् ट्रामा सेन्टर की तरफ से विशाल स्वास्थय जाँच शिविर व रक्त दान शिविर का आयोजन किया गया जिसमें मुख्यतिथि शहर के सुप्रसिद्ध समाजसेवी पदम जैन थे तथा अध्यक्षता विद्यापीठ के प्रबंधक प्रतिनिधि श्री आकाश चावला व विद्यापीठ के शैक्षणिक निदेशक डॉ आर आर मलिक ने की। कार्यक्रमों की शुरूआत मुख्यातिथि व प्रसिद्ध समाजसेवी श्री पदम जैन ने सर्वप्रथम पौधारोपण करके की। इस अवसर पर स्वंयसेवक विद्यार्थियों ने परिसर के मुख्य स्थानों को चिह्नित कर वहां पौधे रोपित किए। समाजसेवी पदम जैन ने सभी स्वंयसेवक विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि पेड़-पौधे मानव जीवन का आधार है। पेड़-पौधे न केवल जलवायु को संतुलित रखते हैं अपितु ये हमें आॅक्सीजन भी प्रदान करते हैं। इसलिए प्रत्येक मनुष्य को अपने जीवन में पर्यावरण की रक्षा के लिए पौधारोपण करना चाहिए। उन्होंने बताया कि अगर इंसान प्रतिवर्ष एक पौधा लगाकर उसकी सही तरीके से देखभाल करे तो वह पर्यावरण सुरक्षा में अपना अहम योगदान दे सकता है।

स्वास्थय जाँच शिविर व रक्त दान शिविर में 105 यूनिट रक्त एकत्रित किया गया। मुख्यातिथि व प्रसिद्ध समाजसेवी पदम जैन ने सभी छात्र छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि रक्तदान महादान है इससे बड़ा कोई धर्म नहीं है। आज तक रक्त बनाने की न तो कोई फेक्टरी है न ही कोई अन्य इसका वैकल्पिक है। यह एक प्राकृतिक देन है जो मानव जाति से ही सम्भव है। हमारे द्वारा दिया गया रक्त कई जिंदगियों को बचाता है, यह एहसास हमें तब होता है जब हमारा कोई अपना खून के लिए जिंदगी और मौत के बीच जूझता है। शिक्षित व्यक्ति को रक्तदान के प्रति फैली भांति को दुर करना चाहिए। रक्तदान कोई भी स्वस्थ व्यक्ति जिसकी आयु 18 से 68 के बीच हो जिसका वजन 50 किलोगा्रम से अधिक है व जिसके हिमोग्लोबिन का प्रतिशत 12 प्रतिशत से अधिक हो वह रक्तदान कर सकता है। रक्तदान जरूरतमंद को जीवनदान देता है, यह मानवता के हित में किया गया काम है। रक्तदान से हार्ट अटैक की आशंका कम हो जाती है। डोक्टर्स का मानना है कि रक्तदान से खून पतला होता है जो कि हृदय के लिए अच्छा होता है। आज खून की कमी का एक मात्र कारण जागरूकता का अभाव है।

रक्तदान करने योग्य लोगों में से अगर तीन प्रतिशत लोग भी खून दे तो देश में खून की कमी पूरी हो सकती है। जिसमें जेसीडी मेमोरियल कॉलेज के प्राचार्य डॉ प्रदीप स्नेही , डेंटल कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर डॉ राजेश्वर चावला व जेसीडी सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ अशोक बिश्नोई शिक्षण महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ जयप्रकाश, आइबीएम के प्राचार्य डॉ कुलदीप सिंह, इजिनियर कॉलेज के प्राचार्य डॉ दिनेश कुमार गुप्ता , पालिटेक्निक कॉलेज के प्राचार्य आर एस बराड़ फार्मेसी कालेज के प्राचार्य डॉ अनुपमा, विद्यापीठ के रजिस्ट्रार श्री सुधांशु गुप्ता सहित सभी प्राध्यापक गण एवम् छात्र उपस्थित थे।

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