JCD Dental college about anti ragging
जेसीडी डेंटल कॉलेज में एंटी रैगिंग पर सेमिनार का आयोजन।
रैगिंग रोकने के लिए जागरूकता और जिम्मेदारी है आवश्यक: डॉ. जगत भूषण।
सिरसा 21 जनवरी 2025: जेसीडी विद्यापीठ के डेंटल कॉलेज में शैक्षणिक संस्थानों में रैगिंग की समस्या को रोकने के उपाय पर एक जागरूकता सेमिनार का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रोफेसर डॉ. जगत भूषण, जो डेंटल काउंसिल ऑफ इंडिया (डीसीआई ) के सदस्य और डॉ. हरवंश सिंह जज इंस्टीट्यूट ऑफ डेंटल साइंसेज एंड हॉस्पिटल पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ के प्रोफेसर ने छात्रों को संबोधित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रोफेसर डॉ. जय प्रकाश, निदेशक जनरल, जेसीडी विद्यापीठ ने की।
सेमिनार की शुरुआत कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अरिंदम सरकार द्वारा मुख्य अतिथि और अन्य गणमान्य अतिथियों का स्वागत करते हुए की गई। डॉ. सरकार ने उपस्थित विद्यार्थियों और स्टाफ को इस विषय की गंभीरता को समझाने की आवश्यकता पर बल दिया।
मुख्य अतिथि प्रोफेसर डॉ. जगत भूषण ने रैगिंग के बढ़ते मामलों और इसके दुष्प्रभावों पर गहन चर्चा की। उन्होंने छात्रों को बताया कि रैगिंग न केवल पीड़ित की मानसिक और शारीरिक स्थिति को नुकसान पहुंचाती है, बल्कि यह अपराध की श्रेणी में भी आता है। उन्होंने कहा, “रैगिंग को जड़ से खत्म करने के लिए हर छात्र को जिम्मेदारी लेनी होगी। एक जिम्मेदार नागरिक बनकर हमें इस सामाजिक बुराई का सामना करना होगा।” सेमिनार के दौरान, छात्रों को एंटी रैगिंग से संबंधित कानूनों, दंडात्मक प्रावधानों और उनके अधिकारों के बारे में जानकारी दी गई।
डेंटल काउंसिल ऑफ इंडिया (DCI) के सदस्य प्रो. डॉ. जगत भूषण ने एंटी रैगिंग पर डेंटल छात्रों को संदेश दिया। उन्होंने कहा कि रैगिंग एक गंभीर अपराध है और इसे जड़ से समाप्त करना सभी की जिम्मेदारी है। डॉ. भूषण ने बताया कि पूरे भारत में डीसीआई से जुड़े सभी कॉलेजों में रैगिंग की कोई भी शिकायत पेंडिंग नहीं है, जो एक सकारात्मक संकेत है। उन्होंने छात्रों को जागरूक, संवेदनशील और एक-दूसरे का सम्मान करने वाला नागरिक बनने का आह्वान किया। साथ ही, उन्होंने छात्रों से रैगिंग से दूर रहकर शैक्षणिक माहौल को सकारात्मक बनाए रखने की अपील की।
डॉ. जय प्रकाश ने अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि जेसीडी विद्यापीठ हमेशा से ही एक स्वस्थ और सकारात्मक शैक्षणिक वातावरण को बढ़ावा देता रहा है। उन्होंने छात्रों से आग्रह किया कि वे एक-दूसरे का सम्मान करें और कॉलेज में सहयोगात्मक माहौल बनाए रखें। उन्होंने यह भी कहा कि विद्यापीठ में रैगिंग विरोधी नीति सख्ती से लागू की गई है, और किसी भी प्रकार की रैगिंग को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
। सेमिनार के अंत में धन्यवाद ज्ञापन डॉ. अरिंदम सरकार ने किया। उन्होंने मुख्य अतिथि, अध्यक्ष, और सभी उपस्थितगणों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम छात्रों में जागरूकता और जिम्मेदारी का भाव पैदा करते हैं। मुख्य अतिथि को महानिदेशक और प्राचार्य द्वारा स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया।
यह सेमिनार छात्रों के लिए बेहद प्रेरणादायक और ज्ञानवर्धक साबित हुआ। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छात्रों और फैकल्टी सदस्यों ने भाग लिया और एंटी रैगिंग के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताई।