One Day National Seminar by JCD IBM College
जेसीडी आईबीएम कॉलेज में एक दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन
वर्तमान प्रतियोगिता के युग में सेमिनार साबित होते हैं लाभदायक – डॉ. कायत
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One Day National Seminar by JCD IBM College – 10/02/2017See images »
सिरसा 10 फरवरी, 2017 : जेसीडी विद्यापीठ में स्थापित बिजनेस मैंनेजमेंट तथा आईसीएसएसआर चंडीगढ़़ के संयुक्त तत्वावधान में ‘वर्तमान समय में प्रबंधन, इंजीनियरिंग, कॉमर्स एवं तकनीकी में नए आयाम-2017Ó विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया, इस कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर चौ. देवीलाल विश्वविद्यालय, सिरसा के कुलपति प्रो. डॉ. विजय के.कायत बतौर मुख्यातिथि उपस्थित हुए। इस सेमिनार में मुख्य वक्ता के रूप में गुरू जम्भेश्वर विश्वविद्यालय हिसार के प्रो. डॉ. एस.सी. कुंडू ने शिरकत की। इस अवसर पर उनके साथ जेसीडी विद्यापीठ के शैक्षणिक निदेशक डॉ. आर.आर. मलिक, जेसीडी आईबीएम कॉलेज के प्राचार्य डॉ. रोशन लाल, जेसीडी शिक्षण महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. जयप्रकाश के अलावा विद्यापीठ के रजिस्ट्रार श्री सुधांशु गुप्ता तथा जेसीडी विद्यापीठ के अन्य कॉलेजों के प्राचार्यगण भी मौजूद रहे।
सर्वप्रथम कॉलेज के प्राचार्य डॉ. रोशन लाल ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए मुख्यातिथि तथा अन्य अतिथियों तथा वक्ताओं का स्वागत करते हुए इस सेमिनार के विषय सम्बन्धी तथा कॉलेज सम्बन्धी विस्तारपूर्वक रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होंने अपने संबोधन में प्रबंधन, इंजीनियरिंग एवं कॉमर्स में आ रहे दिन-प्रतिदिन बदलावों के बारे में भी जानकारी प्रदान की। डॉ. लाल ने कहा कि संस्थान द्वारा समय-समय पर ऐसे आयोजनों के माध्यम से विद्यार्थियों एवं शोधार्थियों को विशेषज्ञों से मुखातिब करवाया जाता है ताकि उनको लाभ प्राप्त हो सके।
इस मौके पर जेसीडी विद्यापीठ के शैक्षणिक निदेशक डॉ. आर.आर. मलिक ने अपने संबोधन में सर्वप्रथम मुख्यातिथि महोदय का इस कार्यक्रम हेतु अपने व्यस्त समय से समय निकालने हेतु धन्यवाद करते हुए अन्य अतिथियों का भी स्वागत किया। वहीं उन्होंने मुख्यातिथि महोदय का परिचय समस्त प्रतिभागियों से करवाते हुए उनके द्वारा शोध एवं अन्य शिक्षण सम्बन्धी उपलब्धियों से भी सभी को अवगत करवाया। उन्होंने कहा कि हमारा सौभाग्य है कि कुलपति महोदय से सभी को उनके विचार सुनने का अवसर प्राप्त हुआ है। डॉ. मलिक ने कहा कि हमारा उद्देश्य हमारे विद्यार्थियों एवं शिक्षकों को बेहतर ज्ञान प्रदान करना है, जिसके लिए समय-समय पर अनेक सेमिनार तथा विशेषज्ञ व्याख्यान एवं अन्य कार्यक्रमों का आयोजन करवाकर जानकारी उपलब्ध करवाई जाती है।
बतौर मुख्यातिथि अपने संबोधन में सर्वप्रथम डॉ. विजय के.कायत ने जेसीडी विद्यापीठ प्रबंधन समिति तथा जेसीडी आईबीएम कॉलेज का धन्यवाद प्रकट करते हुए कहा कि इस सेमिनार के माध्यम से उभरते शोधार्थियों, शिक्षकों एवं विद्यार्थियों को नवीनतम विषयों पर विशेषज्ञों के विचार सांझा करने तथा अपने विचार प्रकट करने का अवसर मिला है, जिसका सभी को लाभ प्राप्त करना चाहिए। उन्होंने कहा कि आप लोगों का यह सौभाग्य है कि आपको चौ. देवीलाल जी के सपनों के संस्थान में शिक्षा एवं ज्ञान प्राप्त करने का अवसर प्राप्त हुआ है। डॉ. कायत ने अपने संबोधन में चौ. देवीलाल जी द्वारा करवाए गए अनेक महान कार्यों का भी जिक्र किया तथा उनकी सराहना की। उन्होंने कहा कि इस सेमिनार का औचित्य तभी सफल हो पाएगा जब शोधार्थी, शिक्षक एवं विद्यार्थी इस सेमिनार में बेहतर तरीके से ज्ञान हासिल करेंगे तथा उसका प्रयोग करके लाभ प्राप्त करेंगे। उन्होंने कहा कि यह अनेक विषयों का एक सिमटा हुआ अभियान है, जिसमें सभी की आहुति कारगर साबित होगी।
मुख्य वक्ता के तौर पर प्रो. एस.सी. कुंडू ने अपने विचार प्रकट करते हुए बताया कि लोगों को किस प्रकार चुनौतियों का सामना करना चाहिए। उन्होंने बताया कि वर्तमान समय में हमारी संस्कृति में आ रहे बदलाव के कारण नित नई चुनौतियां हमारे समक्ष खड़ी हो जाती है। उन्होंने कहा कि हमारे भारत की युवा पीढ़ी अपने स्वयं की संस्कृति को भुलाकर अमेरिका के संस्कारों को अपनाना प्रारंभ कर दिया है, जिसके चलते हम लोग पिछड़ रहे है। डॉ. कुंडू ने कहा कि हम लोग केवल संसाधनों के अभाव की दुहाएं देते हैं तथा अमेरिका में प्रत्येक व्यक्ति अपना बेहतर से बेहतर देकर कार्य को करता है, जिसके चलते अमेरिका नंबर-1 है। क्योंकि हम अपनी सोच को नहीं बदल सकते हैं, जिसके चलते प्रबंधन, इंजीनियरिंग, कॉमर्स एवं तकनीकी इत्यादि सभी पर इसका बुरा असर पड़ रहा है, जिसके बारे में हमें सोचना होगा तथा मिलकर गहन विचार-विमर्श के उपरांत कार्य करना होगा।
इस सेमिनार के तकनीकी सत्र के चेयरमैन जीजेयू हिसार से डॉ. वी.के. बिश्रोई रहे। इस सत्र में 7 शोधपत्र प्रस्तुत किए गए तथा उन पर विचार-विमर्श किया गया। इस सत्र में वर्तमान मुद्दों के पहलुओं को उजागर किया गया। डॉ. बिश्रोई ने अपने वक्तव्य में रिसर्च के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी उपलब्ध करवाई तथा शोधपत्र को प्रकाशित करने के लिए आवश्यक नियमों की जानकारी प्रदान की। इस मौके पर सुमन ने भारत की ट्रेड रिलेशनशिप विषय पर विचार प्रकट किए, वहीं मि. राजेश खुराना द्वारा स्टॉक मार्केट पर पड़े नोटबंदी के असर के बारे में चर्चा की। वहीं इस कार्यक्रम के समापन अवसर पर बतौर मुख्यातिथि कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय प्रबंधन में सीनियर प्रो. तथा पूर्व डिन ऑफ कॉलेजिज प्रो. डॉ. डी.डी. अरोड़ा ने शिरकत की तथा कार्यक्रम के समापन अवसर पर अपने विचार प्रकट करके विद्यार्थियों एवं शोधार्थियों को नवीनतम जानकारी प्रदान की। कार्यक्रम के अंत में कार्यक्रम की आयोजक सचिव द्वारा सभी का धन्यवाद किया गया तथा अतिथियों एवं अन्य का स्मृति चिह्न प्रदान करके आभार प्रकट किया गया।
इस अवसर पर विद्यापीठ के सभी कॉलेजों के प्राचार्यगण, विद्यार्थीगण एवं अन्य गणमान्य लोग भी उपस्थित रहे।