Punjab and Haryana are the maximum drug consuming states – Dr. Dhindsa
पंजाब एवं हरियाणा अधिकतम नशीली दवाओं (ड्रग्स) का उपयोग करने वाले राज्य- डाॅ. ढींडसा
सिरसा 10 अगस्त 2023: अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वैज्ञानिक एवं जननायक चैधरी देवीलाल विद्यापीठ के महानिदेशक डाॅ. कुलदीप सिंह ढींडसा का कहना है कि भारत में नशीली दवाओं के खतरे को खत्म करना एक कठिन समस्या बनी हुई है क्योंकि ड्रग्स लेने वाले वयस्कों, युवाओं और बच्चों की संख्या लगातार बढ़ रही है। पंजाब और हरियाणा अधिकतम नशीली दवाओं का उपयोग करने वाले राज्यों में शामिल हैं और चंडीगढ़ को केंद्र शासित प्रदेशों में तीसरे स्थान पर रखा गया है। डाॅ. ढींडसा ने बताया कि ये खतरनाक और आदत बनाने वाली दवाओं का सेवन करने वालों में बच्चों का काफी बड़ा हिस्सा है।
उन्होंने कहा कि भले ही पंजाब दशकों से इस सामाजिक बुराई से जूझ रहा है, लेकिन नवीनतम आंकड़े आंखें खोलने वाले हैं। लगभग तीन करोड़ की आबादी वाले इस राज्य में 66 लाख से अधिक नशीली दवाओं का सेवन करने वाले लोग रहते हैं, जिनमें से लगभग 21 लाख विभिन्न प्रकार के ओपिओइड का सेवन करते हैं। और इस पर काबू पाने के लिए राज्य सरकार को मादक पदार्थ विरोधी अभियानों को आक्रामक तरीके से शु़रू करना होगा। डाॅ. ढींडसा ने आगे बताया कि जुलाई 2023 में, पंजाब पुलिस ने 12 महीनों में एनडीपीएस अधिनियम के तहत 12,218 प्राथमिकी दर्ज की गई। हालांकि, इनमें ज्यादातर मामले ड्रग्स के छोटे तस्करों से संबंधित थे! डाॅ. ढींडसा ने आगे कहा कि इस संबंध में, सीमा पार ड्रग तस्करी रैकेट में शामिल चार व्यक्तियों से 77 किलोग्राम हेरोइन की जब्ती एक उल्लेखनीय उपलब्धि है।
दूसरी और इस बात के भी संकेत मिले है कि कानून लागू करने वालों, तस्करों और राजनेताओं के बीच अपवित्र गठजोड़ फल-फूल रहा है। इस गठजोड़ को तोड़ना होगा, अन्यथा नशा लाखों परिवारों को बर्बाद करता रहेगा। डाॅ. ढींडसा ने कहा कि यदि हम नषे के इस गठजोड़ को तोड़ना चाहते है तो सरकार को निहायत ईमानदार, निर्भीक तथा सामाजिक तौर पर जागरूक अधिकारियों व कर्मचारियों का एक दल गठित कर तस्करों को समूल नष्ट करने के लिए युद्वस्तर पर एक आक्रामक अभियान चलाना होगा, तभी हम अपनी आने वाली पीढ़ियों को नशे के इस मकड़जाल से बचा पाएंगे और सुखदः समाज का निर्माण कर सकेंगे।