Blood Donation on the occasion of Ch.Devi Lal Jayanti
सिरसा 24 सितम्बर, 2021ः पूर्व उप-प्रधानमंत्री एवं जननायक चौ0 देवीलाल जी के 108वें जन्मोत्सव उपलक्ष्य में जेसीडी विद्यापीठ में विशाल रक्तदान शिविर एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें समाजसेवी श्रीमती गीता यादव ने बतौर मुख्यातिथि तथा आईएमए की अध्यक्ष डॉ. अर्चना अग्रवाल ने बतौर विशिष्ट अतिथि शिरकत की तथा इस कार्यक्रम की अध्यक्षता जेसीडी विद्यापीठ की प्रबंध निदेशक डॉ. शमीम शर्मा द्वारा की गई। इस कार्यक्रम के संयोजक जेसीडी आईबीएम कॉलेज के प्राचार्य डॉ. कुलदीप सिंह थे। इस मौके पर जेसीडी डेन्टल कॉलेज के निदेशक डॉ. राजेश्वर चावला, जेसीडी विद्यापीठ के विभिन्न कॉलेजों के प्राचार्य डॉ. अरिन्दम सरकार, डॉ. अनुपमा सेतिया, डॉ. जयप्रकाश, डॉ. दिनेश गुप्ता, डॉ. शिखा गोयल के अलावा अन्य अनेक गणमान्य लोग एवं अधिकारीगण उपस्थित रहे।
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Blood Donation on the occasion of Ch.Devi Lal Jayanti – 24/09/2021See images »
इस मौके पर उपस्थित सभी को संबोधित करते हुए डॉ. शमीम शर्मा ने सर्वप्रथम मुख्यातिथि एवं अन्य अतिथियों से सभी को परिचित करवाते हुए कहा कि जननायक चौ. देवीलाल जी को सदैव आदर्श माना जाता है तथा आज उनके जन्मोत्सव पर हमें उनके द्वारा दिखाए गए मेहनत एवं ईमानदारी के रास्ते पर चलते हुए कार्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जेसीडी विद्यापीठ चौ. देवीलाल जी के सपने का साकार रूप है तथा हम समय-समय पर समाजसेवा एवं समाजहित के कार्य करते रहते हैं। डॉ. शर्मा ने कहा कि रक्त एक ऐसी वस्तु है जो बनाई नहीं जा सकती है बल्कि यह एक मनुष्य से दूसरे मनुष्य को प्रदान किया जाता है इसीलिए इसे महान कार्य माना जाता है तथा प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवन में रक्तदान अवश्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि रक्त के मूल्य को समझना चाहिए तथा इस अमूल्य धरोहर का प्रयोग करना चाहिए।
बतौर मुख्यातिथि अपने संबोधन में श्रीमती गीता यादव ने कहा कि समाजसेवा सबसे बड़ा धर्म है तथा चौ. देवीलाल जी भी एक समाजसेवक थे उनके जन्मदिवस के उपलक्ष्य में आयोजित इस पुनीत कार्य में लोगों द्वारा किया गया रक्तदान बहुत ही सराहनीय कार्य है। उन्होंने कहा कि समाजहित एवं देशहित में हमें सदैव कार्य करना चाहिए। उन्होंने इस कार्यक्रम में विद्यार्थियों द्वारा बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने के लिए उनकी भी सराहना की।
इस मौके पर सभी को संबोधित करते हुए डॉ. अर्चना अग्रवाल ने कहा कि रक्त हमारे शरीर में ऐसा पदार्थ है जो दान करने उपरांत बेहतर तरीके से बनता है तथा 3 माह के पश्चात् प्रत्येक स्वस्थ व्यक्ति रक्तदान कर सकता है। उन्होंने कहा कि रक्तदान को महादान कहा जाता है तथा विज्ञान के अनुसार रक्तदान करने से हमारा स्वास्थ्य बेहतर होता है तथा इससे कोई भी हानि नहीं होती है बल्कि दूसरे मनुष्य का जीवन बचाया जा सकता है।
इस अवसर पर जेसीडी विद्यापीठ के बेहतर कार्य करने वाले कर्मचारियों को सम्मानित किया गया तथा रक्तदानियों को प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस मौके पर रक्त प्राप्त करने के लिए सिविल अस्पताल की तथा शिव शक्ति ब्लड बैंक की टीमों ने रक्त एकत्रित किया।