Celebration of Lohri & Makar Sankaranti Function at JCDV, Sirsa
जेसीडी विद्यापीठ में धूमधाम से मनाया गया लोहड़ी एवं मकर संक्रांति पर्व
भारतीय संस्कृति के शृंगार है हमारे त्यौहार एवं पर्व – डॉ0 शमीम शर्मा
Lohri and Makar Sankranti celebrated by organizing a cultural program in the Cricket Ground, established at JCD Vidyapeeth. On this occasion, Dr. Shamim Sharma, Managing Director of JCD Vidyapeeth, attended the ceremony, with the sacrifice of the fire-worship and sesame seeds, while the program presided by Dr. Jai Prakash, Principal of the JCD Education College, Sirsa.
सिरसा 12 जनवरी, 2019 : जेसीडी विद्यापीठ में स्थापित क्रिकेट ग्राऊंड में लोहड़ी एवं मकर संक्रांति की पूर्वसंध्या पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन करके इन पर्वों को धूमधाम से मनाया गया, इस मौके पर जेसीडी विद्यापीठ की प्रबन्ध निदेशक डॉ0 शमीम शर्मा ने बतौर मुख्यातिथि उपस्थित होकर अग्रि पूजन व तिलों की आहुति से कार्यक्रम का शुभारंभ किया, जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता जेसीडी शिक्षण महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ0 जयप्रकाश द्वारा की गई। इस मौके पर जेसीडी के रजिस्ट्रार सुधांशु गुप्ता के अलावा विभिन्न कॉलेजों के प्राचार्यगण डॉ. कुलदीप सिंह, इंजी. आर.एस. बराड़, डॉ. प्रदीप शर्मा स्नेही, डॉ. अनुपमा सेतिया के अलावा अन्य अधिकारीगण एवं अनेक गणमान्य लोग भी मौजूद रहे। वहीं इस कार्यक्रम को रंगारंग बनाने के लिए कालांवाली से पंजाबी गायक खुशदील को विशेष तौर से आमंत्रित किया गया, जिन्होंने अपने गानों से सभी का मन मोहा। उधर इस अवसर पर जेसीडी विद्यापीठ के विभन्न कॉलेजों के विद्यार्थियों द्वारा भी अपनी मनमोहक प्रस्तुतियां देकर इस कार्यक्रम में चार-चांद लगाने का काम किया। विद्यार्थियों ने भंगड़ा, गिद्दा, हरियाणवी, राजस्थानी व हिन्दी संगीत पर जमकर नृत्य एवं एकल गायन तथा अन्य प्रस्तुतियां दी गई।
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Celebration of Lohri & Makar Sankaranti Function at JCDV, Sirsa – 12/01/2019See images »
इस मौके पर प्राचार्य डॉ0 जयप्रकाश ने विद्यार्थियों एवं समस्त उपस्थितजनों को लोहड़ी व मकर संक्रांति पर्व की बधाई प्रेषित की तथा बुराइयों को त्यागकर त्यौहारों को प्रेमपूर्वक मनाने का आह्वान करते हुए इस कार्यक्रम में पधारे मुख्यातिथि महोदया एवं अन्य गणमान्य लोगों का स्वागत करते हुए कहा कि हम एक परिवार की भांति हैं इसीलिए हमें प्रत्येक त्यौहार को आपस में एकजुटता एवं भाईचारे के साथ मनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस वर्ष के प्रथम त्यौहारों के इस कार्यक्रम ने हम सभी में एक नई ऊर्जा का संचार किया है, जिसे आगे चलकर भी कायम रखा जाए।
लोहड़ी एवं मकर सक्रांति के पावन अवसर पर सभी को अपनी शुभकामनाएं प्रदान करते हुए डॉ0 शमीम शर्मा ने कहा कि लोहड़ी का त्यौहार सम्पूर्ण उत्तर भारत में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस त्यौहार का सम्बन्ध खेतों की खुशहाली व सम्बन्धों में गर्माहट का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि पर्व हमारी संस्कृति के शृंगार हैं, जिनके माध्यम से समाज में आपसी भाईचारा व सहयोग की भावना को बल मिलता है। डॉ0 शर्मा ने कहा कि अग्रि में दी जाने वाली तिल, घी, मूंगफली व रेवड़ी की आहुति का तात्पर्य आपसी ईष्र्या, द्वेष, मनमुटाव व अवगुणों को स्वाहा करने के प्रतीक हैं। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के आयोजन हमारे मन-मस्तिष्क में नवस्फूर्ति का संचार करते हैं इसीलिए ऐसे आयोजनों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें तथा अपनी-अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन अनुशासन में रहकर करें। उन्होंने अपने संबोधन में इस मौके पर उपस्थित चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों एवं गैर-शैक्षणिक कर्मचारियों की पीठ थपथपाते हुए कहा कि आप और इस संस्थान के विद्यार्थी ही हमारी रीढ़ के समान हैं इसीलिए आपका बेहतर होना अपने आप में ही संस्थान की बेहतरीनता को प्रदर्शित करेगा। उन्होंने शिक्षक वर्ग से भी अपने कर्तव्य का पूर्ण निष्ठा एवं ईमानदारी के साथ निर्वहन करते हुए कार्य करने का आह्वान किया।
इस कार्यक्रम में कालांवाली से पंजाबी गायकी में उभरते गायकार खुशदिल ने अपनी मधुर आवाज में समां बांधा तथा सभी उपस्थितजनों को झूमने पर विवश किया। उन्होंने अपनी गायकी का जादू बिखेरते हुए विद्यार्थियों को भी अपनी कला में बेहतर प्रदर्शन हेतु आगे आने के लिए प्रेरित किया।
इस अवसर पर विद्यार्थियों ने ढ़ोल पर जमकर भंगड़ा किया तथा अपने साथ-साथ सभी को झूमने पर मजबूर कर दिया। इस मौके पर तिल एवं मूंगफली की खुशबू एवं माहौल की गर्मी ने मानों सर्दी के छक्के छुड़ा दिए।