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Celebration of Teachers Day – JCDV, Sirsa
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  • September 6, 2018
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Celebration of Teachers Day – JCDV, Sirsa

Under the aegis of JCD Pharmacy College, ‘Gurave Nam’ cultural program was organized to celebrate the birthdays of Dr. Sarvepalli Radhakrishnan Ji as Teacher’s Day. At the launch of the program Dr. Anupama Setia, Principal JCD Pharmacy college said in his address to the students and others that the teacher is not the only one who gives us the book knowledge, but who contributes to showing the right path at all stages of life is also our teacher.

जेसीडी विद्यापीठ में विद्यार्थियों ने शिक्षक दिवस के अवसर पर की गई गुरूवंदना
जेसीडी फार्मेसी कॉलेज के तत्वावधान में विभिन्न प्रतियोगिताओं के साथ-साथ काटा गया केक

जेसीडी विद्यापीठ में स्थापित शिक्षण महाविद्यालय के सभागार में जेसीडी फार्मेसी कॉलेज के तत्वावधान में सर्वपल्ली डॉ.राधाकृष्णन जी के जन्मदिवस को शिक्षक दिवस के रूप में मनाने के लिए ‘गुरुवे नम’ सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में रत्तिया में स्थित राजकीय नैशनल महिला कॉलेज के पूर्व प्राचार्य डॉ.हरभगवान चावला ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। वहीं इसमें जेसीडी विद्यापीठ के प्रबंधन समन्वयक इंजी.आकाश चावला एवं डॉ.आर.आर.मलिक ने बतौर विशिष्ट अतिथि के रूप में शिरकत की तथा जेसीडी विद्यापीठ के विभिन्न कॉलेजों के प्राचार्य डॉ.जयप्रकाश, इंजी.आर.एस.बराड़, डॉ.प्रदीप शर्मा स्नेही, डॉ.कुलदीप सिंह, डॉ.दिनेश गुप्ता के अलावा अन्य कॉलेजों के प्राचार्यगण एवं अधिकारीगण भी मौजूद रहे। कार्यक्रम के प्रारंभ में जेसीडी फार्मेसी कॉलेज की प्राचार्या डॉ.अनुपमा सेतिया ने मुख्यातिथि एवं अन्य अतिथियों का स्वागत किया। इस मौके पर सभी विद्यार्थियों द्वारा महान शिक्षक की स्मृति में केक काटे तथा अपने शिक्षकों के लिए विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम के शुभारंभ पर डॉ.अनुपमा सेतिया ने विद्यार्थियों एवं अन्य को अपने संबोधन में कहा कि शिक्षक सिर्फ वहीं नहीं होता जो हमें किताबी ज्ञान दे बल्कि जो जीवन के हर पड़ाव पर सही राह दिखाने में योगदान करें वह भी हमारा शिक्षक है। उन्होंने कहा कि शिक्षक समाज की धुरी होते हैं, जो राष्ट्र निर्माता कहलाते हैं। उन्होंने कहा कि गुरु का स्थान भगवान से भी ऊंचा है, इसलिए शिक्षकों को अपने कार्य को केवल व्यवसाय ही नहीं बनाना चाहिए बल्कि पूरी ईमानदारी, निष्ठा तथा लगन के साथ करना चाहिए ताकि समाज प्रगति कर सके।

बतौर मुख्यातिथि अपने संबोधन में डॉ.हरभगवान चावला ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में डॉ.राधाकृष्णन जी का अतुलनीय योगदान रहा है, जिसके कारण उनके जन्मदिवस को शिक्षक दिवस के उपलक्ष्य में सम्पूर्ण भारत में मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि शिक्षा की अलख जगाने के लिए काफी बलिदान करना पड़ता है, इसलिए एक शिक्षक की महत्ता काफी बढ़ जाती है। उन्होंने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे अपने शिक्षकों का मान-सम्मान करें क्योंकि मानव जीवन में गुरु की महत्ता को नकारा नहीं जा सकता है, माता-पिता के बाद गुरु या शिक्षक को ही भगवान तुल्य माना गया है। उन्होंने इस कार्यक्रम में आंमत्रित करके एक बेहतर अनुभव प्रदान करवाने के लिए जेसीडी विद्यापीठ प्रबंधन समिति के अलावा कार्यक्रमों के आयोजकों का भी आभार प्रकट किया।

इस मौके पर जेसीडी विद्यापीठ के शैक्षणिक निदेशक डॉ.आर.आर.मलिक ने मुख्यातिथि महोदय का स्वागत करते हुए कहा कि छात्र राष्ट्र के निर्माता है तथा शिक्षक उनकी प्रतिभा व व्यक्तित्व को निखारने में अह्म भूमिका अदा करते हैं, इसलिए उनकी महत्ता के साथ-साथ उनकी जिम्मेवारी भी बढ़ जाती है क्योंकि एक विद्यार्थी शिक्षक का हमेशा अनुसरण करता है, इसलिए उन्हें बच्चों के लिए रोल मॉडल बनना चाहिए। उन्होंने कहा कि शिक्षकों को अपनी योग्यता, ज्ञान व व्यक्तित्व में ऐसे गुणों का समावेश करना चाहिए ताकि विद्यार्थी उन्हें अधिक से अधिक पसंद कर सकें। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि वे कुछ नया एवं बेहतर करने का प्रयास करें ताकि उनकी अलग पहचान कायम हो सके और सफलता मिल सके। उन्होंने कहा कि शिक्षक की अपनी एक अह्म भूमिका होती है समाज निर्माण में इसलिए शिक्षक की बहुत बड़ी जिम्मेवारी बनती है तो शिक्षकों को चाहिए कि वे अपने कार्य को लग्र, मेहनत व ईमानदारी के साथ करें ताकि प्रत्येक उन्हें नमन करें।

इस अवसर पर जेसीडी मैमोरियल कॉलेज के प्राचार्य डॉ.प्रदीप शर्मा स्नेही तथा शिक्षण महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ.जयप्रकाश ने अतिथियों एवं अन्य का आभार प्रकट करते हुए अपना धन्यवादी अभिभाषण प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि समाज निर्माता अध्यापकों को केवल एक ही दिन नमन न करके सदैव स्मरण रखना चाहिए क्योंकि इनका प्रत्येक विद्यार्थी के जीवन में अह्म योगदान होता है। इस कार्यक्रम में विद्यार्थियों द्वारा अपनी मनमोहक प्रस्तुतियां दी गई। वहीं शिक्षकों ने भी विभिन्न प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेकर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। कार्यक्रम के अंत में सभी विजेता शिक्षकों को मुख्यातिथि महोदय एवं अन्य द्वारा सम्मानित किया गया।

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