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Chaudhary Devi Lal Jayanti Celebration in JCD Vidyapeeth
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  • September 26, 2020
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Chaudhary Devi Lal Jayanti Celebration in JCD Vidyapeeth

जेसीडी विद्यापीठ में चौ0 देवीलाल की जयंती के उपलक्ष्य में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित
सैनिक, किसान व शिक्षक की भूमिका सम्मानीय, हम इनके सदैव ऋणी रहेंगे : कान्ता सिंह चौटाला

सिरसा 25 सितम्बर, 2020 : पूर्व उप-प्रधानमंत्री जननायक चौ0 देवीलाल जी के 107वें जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में जेसीडी विद्यापीठ में अनेक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इन कार्यक्रमों की शुरूआत प्रात:काल से प्रारंभ हो गई थी, जिसमें सर्वप्रथम विद्यापीठ में स्थापित चौ. देवीलाल जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं पुष्प अर्पित किए गए तथा इसके पश्चात् जेसीडी विद्यापीठ प्रांगण में मुख्यातिथि श्रीमती कान्ता चौटाला व जेसीडी विद्यापीठ की प्रबन्ध निदेशक डॉ. शमीम शर्मा एवं सभी प्राचार्यों तथा अन्य अधिकारियों द्वारा जेसीडी स्कूल ऑफ म्यूजिक एवं डांस व जेसीडी डेन्टल केयर सेन्टर का उद्घाटन किया गया व एक सांस्कृतिक एवं सम्मान समारोह में शिक्षक एवं गैर-शिक्षकों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर जेसीडी विद्यापीठ के कुलगीत को भी लांच किया गया। इस अवसर पर जेसीडी डेन्टल कॉलेज के निदेशक डॉ. राजेश्वर चावला, प्राचार्य डॉ. जयप्रकाश, डॉ. अरिन्दम सरकार, डॉ. कुलदीप सिंह, डॉ. राजेन्द्र कुमार, डॉ. अनुपमा सेतिया, डॉ. दिनेश गुप्ता, इंजी. आर.एस. बराड़ तथा जेसीडी विद्यापीठ के इंजीनियर श्री एच.एल. बब्बर, लेखाधिकारी सुधांशु गुप्ता के अलावा अनेक अन्य अधिकारीगण एवं गणमान्य लोग भी उपस्थित रहे। वहीं इस सांस्कृतिक कार्यक्रम को संगीत आचार्य श्री तुलसी अनुपम, सुविख्यात हरियाणावीं गायक राजू पंजाबी, राजस्थानी गायक व कॉमेडी के मास्टर प्रकाश गांधी, राज महावर, सुविख्यात संगीत निदेशक सोनू दुगेशर, गायक दीवान आर्य, सिकन्दर सागर, रिषी भार्गव के अलावा जेसीडी विद्यापीठ के कुलगीत में अपनी आवाज देने वाले गायक शीतल, सिमरन, वैशाली, एमपी अटवाल, हिमांशु अनुपम को चार-चांद लगाने का काम किया। इस कार्यक्रम में बेस्ट शिक्षक एवं गैर-शिक्षक के साथ-साथ कोरोना वारियर्स को भी सम्मानित किया गया।

डॉ. शमीम शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि चौ. देवीलाल का योगदान ऐतिहासिक है। हरियाणा के निर्माण में उनका योगदान सदैव स्वर्णाक्षरों से अंकित रहेगा। उन्होंने जननायक देवीलाल का शिद्दत से स्मरण किया और सराहना के सुर में कहा कि उनका परिवार सिरसा में शिक्षा और स्वास्थ्य की अलख जगा रहा है। उन्होंने कहा कि चौ. देवीलाल का सपना था कि सिरसा जैसे शिक्षा में पिछड़े हुए क्षेत्र में विद्यार्थियों को तकनीकी एवं उच्च शिक्षा प्राप्त हो और इसके लिए उन्हें सिरसा से बाहर न जाना पड़े, जिसके लिए हम सदैव प्रयासरत हैं। उन्होंने कहा कि चौ. देवीलाल यूनिवर्सिटी एवं जेसीडी विद्यापीठ की स्थापना उनके स्वप्र का साकार रूप ही है, जिससे न केवल सिरसा बल्कि साथ लगते पंजाब एवं राजस्थान क्षेत्रों के विद्यार्थी भी लाभ उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज के इस आयोजन द्वारा जहां चौ. देवीलाल जी को याद किया गया है, उसी प्रकार हमें प्रत्येक देशभक्तों तथा देशहित के लिए कार्य करने वाले अन्य नेताओं को भी नतमस्तक होकर सलाम करके उनके जन्मदिवस को एक उत्सव के रूप में मनाना चाहिए ताकि प्रत्येक की स्मरण पटल पर उनके कार्य अंकित हो सकें।

बतौर मुख्यातिथि श्रीमती कान्ता सिंह चौटाला ने कहा कि जेसीडी विद्यापीठ अपने आप में चौ. देवीलाल जी के द्वारा देखे गए शिक्षा के स्वप्र को साकार रूप प्रदान करने में अपनी अह्म भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र की अनेक ऐसी छात्राएं हैं जो स्कूल की चौखट तक भी नहीं पहुंच पाती है इसीलिए उच्च शिक्षा का सपना संजोने वाली छात्राओं के लिए जेसीडी एक उम्मीद की किरण है। उन्होंने कहा कि एक पढ़ी-लिखी बेटी दो परिवारों को शिक्षित कर सकती है, इसीलिए हमें अपनी बेटियों को अवश्य पढ़ाना चाहिए। श्रीमती चौटाला ने कहा कि हमारे लिए जवान, किसान एवं शिक्षक यह तीनों ही बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि एक जवान की सुरक्षा के कारण ही हम सुरक्षित हैं तथा किसान अगर अन्न उत्पादित करता है तो ही हमारा भरण-पोषण होता है तथा एक शिक्षक देश निर्माण में अपनी अह्म भूमिका निभाता है इसीलिए इन तीनों के कार्य को सलाम है इनके जज्बे पर हमें नाज है। हम सदैव इनके ऋणी रहेंगे इसीलिए इनका सम्मान करना चाहिए।

कार्यक्रम के अंत में संयोजक व प्राचार्य  डॉ. जयप्रकाश ने अपने धन्यवादी अभिभाषण में सभी अतिथियों एवं अन्य उपस्थितगणों का कार्यक्रम में पधारने पर आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि चौ. देवीलाल जी को केवल कोई एक विशेष वर्ग ही नहीं अपितु प्रत्येक व्यक्ति उनके महानतम कार्यों के कारण मन से नमन करता है क्योंकि चौ. देवीलाल जी ने सदैव असहाय वर्गों की आवाज बनकर उनके हितार्थ कार्य किया और उनके मर्म को समझकर उनकी पीड़ा को दूर करने का प्रयास किया, उसी तर्ज पर उनकी आगामी पीढिय़ां भी प्रत्येक वर्ग को अपना सहयोग प्रदान करने का कार्य कर रही है।

इस अवसर पर जेसीडी विद्यापीठ के विभिन्न कॉलेजों के स्टाफ सदस्य सोशल डिस्टेसिंग का ध्यान रखते हुए तथा पूर्ण सुरक्षा के साथ कार्यक्रम में उपस्थित रहे

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