Educational Tour of 220KV Sub Station – 04/03/2017
जेसीडी पोलीटेक्रीक के छात्रों ने किया 220केवी सब स्टेशन का भ्रमण
शैक्षणिक भ्रमण के माध्यम से विद्यार्थियों को प्राप्त होता है बेहतर ज्ञान : इंजी. बराड़
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सिरसा 4 मॉर्च, 2017 : जेसीडी विद्यापीठ में स्थापित पोलीटेक्रीक कॉलेज के अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों द्वारा एक दिवसीय शैक्षणिक भ्रमण के दौरान 220 केवी सब स्टेशन का भ्रमण किया गया। इस मौके पर सभी विद्यार्थियों को इस भ्रमण पर कॉलेज प्राचार्य इंजी. आर.एस. बराड़ द्वारा रवाना किया गया। इस दल का निर्देशन प्राध्यापक इंजी. अंकुश द्वारा किया गया। उन्होंने इस भ्रमण पर जाने वाले विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए बताया कि इस प्रकार के भ्रमण से विद्यार्थियों को शैक्षणिक, मानसिक एवं स्वयं परीक्षण द्वारा ज्ञान प्राप्त होता है, जो कि स्थाई ज्ञान होता है। उन्होंने कहा कि विद्यापीठ समय-समय पर ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन करवाता रहता है ताकि विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के साथ-साथ शीघ्र रोजगार उपलब्ध हो सके। इंजी.बराड़ ने अपने संबोधन में विद्यार्थियों को कहा कि जिस चीज को विद्यार्थी स्वयं के अनुभव से सीखता है, वह अधिक समय तक याद रहती है तथा वह अधिक प्रभावी साबित होती है। इसलिए शैक्षणिक भ्रमणों का समय-समय पर आयोजन किया जाता है ताकि विद्यार्थी बेहतर ज्ञान अर्जित कर सकें। वहीं उन्होंने इस आयोजन के लिए जेसीडी विद्यापीठ के चेयरमैन श्री दिग्विजय सिंह चौटाला, प्रबंधन समन्वयक इंजी.आकाश चावला, शैक्षणिक निदेशक डॉ.आर.आर. मलिक एवं रजिस्ट्रार श्री सुधांशु गुप्ता का आभार प्रकट किया, जिनके मार्गदर्शन में समय-समय पर ऐसे आयोजन करवाए जाते हैं।
जेसीडी पोलिटेक्रीक कॉलेज के इस भ्रमण दल का 220 केबी सब-स्टेशन पहुंचने पर जेई रजनी बाला एवं करनैल सिंह ने सभी विद्यार्थियों एवं प्राध्यापक इंजी. अंकुश का स्वागत करते हुए सब-स्टेशन की कार्यप्रणाली एवं विद्युत की सप्लाई तथा अन्य कार्यप्रणाली के बारे में भी विस्तारपूर्वक जानकारी प्रदान की। उन्होंने सब-स्टेशन के अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों के बारे में तथा कार्य के बारे में भी विद्यार्थियों को जानकारी दी ताकि उनको अपने पाठ्यक्रम में उचित सहयोग प्राप्त हो सके।
इस अवसर पर सभी विद्यार्थियों के दल ने अपने विचार सांझा करते हुए बताया कि इस भ्रमण से जहां उनको बेहतर जानकारी जो केवल पढऩे को मिलती थी वह स्वयं अपने समक्ष देखकर तथा समझकर बहुत ही अच्छा लगा।