Inauguration of Annual Athletic Meet
व्यक्तित्व निर्माण में खेलों की महत्वपूर्ण भूमिका: डॉ. ढींडसा*
*विद्यार्थी नशे से दूर रहें और खेल को अपना करियर बनाएं: कृष्ण गोदारा*
जेसीडी विद्यापीठ में दो दिवसीय वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिता का हुआ रंगारंग आगाज़*
सिरसा 04 मार्च 2024: जेसीडी विद्यापीठ में 18वीं दो दिवसीय वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिता का विधिवत् आगाज हुआ, जिसके शुभारंभ अवसर पर अन्तर्राष्ट्रीय कबड्डी खिलाड़ी एवं भीम अवॉर्डी श्री कृष्ण कुमार गोदारा बतौर मुख्यातिथि उपस्थित हुए। वहीं कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्यापीठ के महानिदेशक अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वैज्ञानिक डॉ. कुलदीप सिंह ढींडसा द्वारा की गई। इस अवसर पर कार्यक्रम के संयोजक डॉ. जयप्रकाश, विद्यापीठ के कुलसचिव डॉ. सुधांशु गुप्ता के अलावा विद्यापीठ के विभिन्न कॉलेजों के प्राचार्य डॉ. अरिन्दम सरकार, डॉ. दिनेश कुमार, डॉ. अनुपमा सेतिया, डॉ. शिखा गोयल, डॉ. हरलीन कौर ने संयुक्त रूप से इस स्पोर्ट्स मीट की मेजबानी की। चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय से डॉ. ईश्वर मालिक, डॉ. रोहताश भी विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहें। इस मौके पर खेल अधिकारी डॉ. अमरीक सिंह गिल व सभी महाविद्यालयों के प्राध्यापकगण विद्यार्थीगण के अलावा अन्य अनेक गणमान्य अतिथि भी उपस्थित रहेे।
सर्वप्रथम खेलकूद प्रतियोगिता के मुख्य संयोजक डॉ. जयप्रकाश ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि विद्यापीठ में प्रत्येक वर्ष खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है उसी परम्परा का निर्वाह करते हुए आज हम 18,वीं खेलकूद प्रतियोगिता आयोजित कर रहे हैं, जिससे कि पढ़ाई के साथ-साथ बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास तथा बच्चों की खेलों में रुचि के अनुसार उनको अपने भविष्य में आगे बढ़ने के लिए एक बेहतर प्लेटफॉर्म मिल सकें। इस दौरान उन्होंने इस एथलीट मीट के शानदार आयोजन में साथ देने वाले सभी सदस्यों का धन्यवाद किया।
इस कार्यक्रम के मुख्यातिथि श्री कृष्ण कुमार गोदारा ने सभी प्रतिभागियों का हौसला देते हुए कहा कि जेसीडी विद्यापीठ न सिर्फ शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है बल्कि खेलों में भी कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। यहां जननायक चौधरी देवीलाल की सोच को मूर्त रूप दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी स्पोर्ट्स में अपना करियर बनाने की और अग्रसर हों क्योंकि स्पोर्ट्स का क्षेत्र भी बाकी क्षेत्रों की ही तरह महत्वपूर्ण बन चुका है। खेलों में भाग लेने से निर्णय लेने की क्षमता का विकास होता है और खिलाड़ी आगे चल कर अनेकों भूमिकाएं निभा सकता है। श्री गोदारा ने कहा कि नशा उन्मूलन आज समाज की आवश्यकता है और हमारी नई पीढी को नशे से दूर रहकर अपने भविष्य निर्माण में अग्रसर रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि खिलाड़ी समाज को नई दिशा देकर उन्हें सत्य के मार्ग पर ले जा सकता है। सभी प्रतिभागियों से मेरा नम्र निवेदन है कि आप स्वयं नशे से दूर रहें और युवा पीढ़ी को भी नशे से दूर रखने में अपनी अहम् भूमिका अदा करें।
अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वैज्ञानिक व विद्यापीठ के महानिदेशक डॉ. कुलदीप सिंह ढींडसा ने आए हुए मुख्य अतिथि का अभिवादन करते हुए कहा कि आज के मुख अतिथि अन्तर्राष्ट्रीय कबड्डी खिलाड़ी एवं भीम अवॉर्डी श्री कृष्ण कुमार गोदारा ने बहुआयामी कीर्तिमान स्थापित किए हैं।जिनसे विद्यार्थियों के प्रेरणा लेने की जरूरत है। खेलकुद एक मनुष्य के व्यक्तित्व के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता हैं। खेलकुद को अतिरिक्त या मनोरंजक गतिविधियों के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए क्योंकि ये उससे कहीं अधिक हैं। कम उम्र के बच्चों को किसी भी प्रकार के खेलों में जाने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए और उन्हें केवल एक खेल में ही नहीं बल्कि उससे अधिक खेलो को खेलने का मौका दिया जाना चाहिए, ताकि वे रुचि के साथ अपने पसंदीदा खेल के क्षेत्र में अपना करियर बना सकें। खेलकुद न केवल मनोरंजन का साधन है बल्कि ये एक खिलाड़ी को कई चीजें भी सिखाता हैं जो उसे जीवन में एक बेहतर इंसान बनने में उसकी मदद करता हैं। खेल एक खिलाड़ी को, जीवन के वैकल्पिक चरणों पर प्राप्त सफलता और असफलता से साझा करने की कला, सामूहिक रूप से किसी समस्या से निपटने, बैक अप लेने तथा महत्वपूर्ण परिस्थितियों में एक दूसरे की मदद करना सिखाता हैं। यह उनके नेतृत्व और टीम के साथ काम करने के गुणों को भी निखारता है।
खेलकुद एक व्यक्ति के दिमाग को स्वस्थ और सक्रिय रखने में मदद करता हैं। जिसके कारण उनकी नकारात्मक ऊर्जा दूर हो जाती है और सभी जगहों पर सकारात्मक ऊर्जा फैल जाती है। यह लोगों को मजबूत, आत्मविश्वासी और कुशल बनाता हैं तथा उसके मानसिक एवं शारीरिक विकास और चरित्र के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता हैं।उन्होंने कहा कि खेल कभी भी शिक्षा में बाधा नहीं बनता बल्कि इससे हमारा मानसिक एवं शारीरिक दोनों ही विकास संभव है। इससे नकारात्मकता दूर होती है और व्यक्तित्व का भी विकास होता है। विद्यार्थियों को खेलों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए व खेलों को खेल भावना खेलना चाहिए।
विद्यापीठ के खेल अधिकारी डॉ. अमरीक सिंह गिल ने विद्यापीठ की वार्षिक खेल प्रतिवेदन प्रस्तुत किया जिनमें खेलों में विद्यापीठ की उपलब्धियों का उल्लेख किया गया।इस प्रातः कालीन खेल कूद प्रतियोगिता में लड़कों की 800 मीटर दौड़ में प्रथम स्थान जेसीडी मेमोरियल कॉलेज के संदेव ने द्वितीय स्थान इंजिनियरिंग कॉलेज के मंदिर सिंह तृतीय स्थान जेसीडी मेमोरियल कॉलेज के अंकित ने प्राप्त किया। 800 मीटर लड़कियों की दौड़ में प्रथम स्थान डेंटल कॉलेज की श्रेया द्वितीय स्थान जेसीडी मैमोरियल कॉलेज की सकीना ने व तृतीय स्थान डेंटल कॉलेज की आस्था ने प्राप्त किया। मुख्य अतिथि द्वारा विजेता खिलाड़ियों को मेडल एवं प्रमाण पत्र दिया गया । स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। अंत में मुख्य अतिथि एवं अन्य अतिथिगण को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।