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One Day National Seminar – JCD Memorial College, Sirsa
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  • February 21, 2019
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One Day National Seminar – JCD Memorial College, Sirsa

जेसीडी मैमोरियल कॉलेज में राष्ट्रीय संगोष्ठी का विधिवत् आयोजन
राजस्थान, पंजाब, दिल्ली, हरियाणा के अलावा अन्य राज्यों से भी 200 से अधिक शोधार्थियों ने हिस्सा लिया

One Day National Seminar organized in JCD Memorial College, Sirsa. Dr. Shamim Sharma, Managing Director of JCD Vidyapeeth, chaired the program. In the program, Dr. Gurcharan Dass, Principal of M.M College Fatehabad attended as a special guest. The seminar was co-coordinated by Dr. Poonam Poonia and Dr. Maan Singh. Dr. Jai Prakash welcomed the guests. More than 200 researchers from Haryana, Rajasthan, Punjab and Delhi participated in the program

जेसीडी विद्यापीठ में स्थापित स्नातकोत्तर महाविद्यालय द्वारा वीरवार को एक दिवसीय ‘अंत:विषय दृष्टिकोण: विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, मानविकी व वाणिज्य के संदर्भ’ में विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें शुभारंभ अवसर पर बतौर मुख्यातिथि व मुख्य वक्ता दिल्ली के वरिष्ठ पत्रकार अजीत राय ने शिरकत की तथा विशिष्ट अतिथि के तौर पर मशहूर रंगकर्मी मनीष जोशी उपस्थित हुए। संगोष्ठी की अध्यक्षता जेसीडी विद्यापीठ की प्रबंध निदेशक डॉ.शमीम शर्मा द्वारा की गई। कार्यक्रम में एम.एम.कॉलेज फतेहाबाद के प्राचार्य डॉ.गुरचरण दास विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित हुए। उक्त राष्ट्रीय संगोष्ठी का शुभारंभ मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित करके किया गया। संगोष्ठी के सह-संयोजक डॉ.पूनम पूनियां एवं डॉ.मान सिंह रहे। शुभारंभ अवसर पर छात्र अध्यक्ष आशीष एवं संयुक्त सचिव संदीप द्वारा गायत्री मंत्रोच्चारण प्रस्तुत किया गया।

सर्वप्रथम डॉ.जयप्रकाश ने अपने संबोधन में मुख्यातिथि एवं अन्य अतिथियों का स्वागत करते हुए सभी शोधार्थियों, विद्यार्थियों एवं अन्य से उन्हें परिचित करवाते हुए कहा कि जेसीडी विद्यापीठ में विद्यार्थियों को इस प्रकार के आयोजनों के माध्यम से समय-समय पर विशेषज्ञों से रूबरू करवाकर उन्हें नवीनतम ज्ञान प्रदान करवाया जाता है ताकि वे अपडेट रह सकें। वहीं उन्होंने अपने संबोधन में इस सेमिनार के उद्देश्य एवं इसके लाभ सम्बन्धी विस्तारपूर्वक जानकारी प्रदान की।

इस अवसर पर डॉ.शमीम शर्मा ने अपने संबोधन में इस कार्यक्रम में उपस्थित शोधार्थियों एवं स्टाफ सदस्यों तथा अतिथियों को संबोधित करते हुए कहा कि हमारी भारतीय संस्कृति का प्रचार-विस्तार होना चाहिए ताकि हमारी नई पीढ़ी को उसके बारे में ज्ञान प्राप्त हो तथा वे उनका अनुसरण कर पाएं तथा इस प्रकार के आयोजनों के माध्यम से ही हम आपस में विचार-विमर्श कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि हमारी मातृभाषा हिन्दी के ज्ञान की आज के विद्यार्थियों में बहुत ही कमी होती जा रही है। उन्होंने अपने संदेश में कहा कि प्रकृति हमारी अमूल्य धरोहर है इसीलिए हमें इसे बचाने के लिए प्लास्टिक तथा इसे नुकसान पहुंचाने वाले पदार्थों से जितना हो सके बचना चाहिए ताकि इसकी सुंदरता कायम रह सके।

मुख्यातिथि एवं वरिष्ठ पत्रकार अजीत राय ने सर्वप्रथम इस संगोष्ठी में आमंत्रित करने के लिए जेसीडी विद्यापीठ की प्रबंधन समिति के साथ-साथ आयोजकों का भी आभार प्रकट करते हुए कहा कि युवाओं को अपने कर्तव्यों को पहचानकर उनका अनुसरण करना चाहिए तथा राष्ट्र के प्रति अपनी कर्तव्यों का सच्ची निष्ठा एवं ईमानदारीपूर्वक निर्वहन करना चाहिए। वहीं उन्होंने अपने वक्तव्य में आदर्श व्यक्तित्व, सामाजिक मूल्यों, राजनीतिक क्षेत्र में युवाओं की भागीदारी एवं जिम्मेवारी इत्यादि विषयों पर अपने विचार प्रकट किए। उन्होंने कहा कि हमारी भारतीय संस्कृति महान है इसीलिए हमें पाश्चात्यता को अपनाकर इसे नष्ट नहीं करना चाहिए बल्कि इसके प्रति हमारे उत्तरदायित्व को बखूबी निभाकर इसे सुदृढ़ बनाने का प्रयास करना चाहिए।

विशिष्ट अतिथि के तौर पर मनीष जोशी ने कहा कि राष्ट्र के प्रति प्रत्येक नागरिक की जिम्मेवारी है जिसको हमें बेहतर तरीके से निभाना चाहिए। उन्होंने कहा कि वर्तमान में आधुनिक युग में हमारे सामने अनेक चुनौतियां हैं, जिनका हमें एकजुटता एवं राष्ट्रीय भावना को ध्यान में रखते हुए हल खोजना होगा। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रमों में चर्चा करके तथा ईमानदारीपूर्वक अपने कार्य को करके ही हम सफल हो पाएंगे।

इस अवसर पर तकनीकी सत्र के दौरान चौ. देवीलाल विश्वविद्यालय एवं अन्य संस्थानों से प्रो.राजकुमार सिवाच, डॉ.राजबीर दलाल, डॉ.जे.एस.जाखड़, डॉ.ईश्वर मलिक, डॉ.निवेदिता, डॉ.सुशील, डॉ.पंकज शर्मा, डॉ.रणजीत कौर, डॉ.अभिलाषा, डॉ.सुनीता स्याल, डॉ.तेजाराम, डॉ.डूडी के अलावा डॉ. शिखा गोयल एवं अन्य द्वारा भी शोधार्थियों द्वारा अपने-अपने शोध के बारे में जानकारी प्रदान करके अपने विचार प्रस्तुत किए गए एवं तकनीकी सत्र को सफल बनाया गया।

कार्यक्रम का समापन चौ. देवीलाल विश्वविद्यालय के डीन ऑफ कॉलेजिज डॉ.एस.के.गहलावत द्वारा बतौर मुख्यातिथि शिरकत करके किया गया। इस मौके पर उन्होंने अपने संबोधन में जेसीडी विद्यापीठ की प्रबंधन समिति एवं जेसीडी मैमोरियल कॉलेज के समूचे स्टाफ को इस कार्यक्रम के सफलतम आयोजन के लिए बधाई प्रेषित करते हुए कहा कि आज के आधुनिकता एवं तकनीकी युग में ऐसे आयोजन काफी सहायक सिद्ध होते हैं तथा विद्यार्थियों एवं शोधार्थियों के मध्य यह एक पुल का काम करता है।

इस मौके पर सह-संयोजक डॉ.पूनम पूनियां एवं डॉ.मान सिंह द्वारा अपने धन्यवादी अभिभाषण के द्वारा विधिवत् रूप से समापन किया गया।

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