Poor Air Quality in Haryana
देश में खराब वायु गुणवता वाले 17 शहरों में से सात हरियाणा से : डा. ढींडसा
सिरसा 28 अक्टूबर 2023: अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वैज्ञानिक एवं जननायक चौधरी देवीलाल विद्यापीठ सिरसा के महानिदेशक डॉ. कुलदीप संह ढींडसा ने बताया कि केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार देश में खराब वायु गुणवता वाले 17 शहरों में से सात शहर हरियाणा से हैं। वायु गुणवता सूचकांक (एक्यूआई) खराब यानि औसत पार्टिकुलेट मैटर(पीएम) फरीदाबाद में 270, बहादुरगढ़ में 247, कैथल में 240, भिवानी में 221, करनाल में 217, कुरुक्षेत्र में 208 और रोहतक में 202 रिकार्ड किया गया वहीं अंबाला में हवा की गुणवता 2.58 (पीएम) संतोषजनक दर्ज की गई। पर्यावरण विशेषज्ञों के अनुसार यह खेत की आग के अतिरिक्त , वाहन प्रदूषण, निर्माण गतिविधियां और सड़क की धूल वायू प्रदूषण में योगदान दे रही हैं। खराब वायु गुणवता का कारण फसल के अवशेष जलाना और अनाज की धूल भी इसके महत्वपूर्ण कारक हैं। ठंड के मौसम ने भी इसमें भूमिका निभाई है क्योंकि यह प्रदूषकों को जमीन के करीब फंसा देता है, जिससे प्रदूषकों का संचय होता है और वायु की गुणवत्ता में कमी आती है।
डा ढींडसा ने कहा कि यह आश्चर्य की बात है कि खेतों में आग लगने की घटनाओं में कमी के बावजूद भी हवा की गुणवता खराब पाई गई। संभवतया वर्तमान जलवायु परिस्थितियाँ इसमें प्रमुख योगदानकर्ता हैं। डॉक्टर ढींडसा ने आगे कहा कि किसानों को धान की पराली जलाने से रोकना एक बड़ी चुनौति बनी हुई है। आंकड़ो के अनुसार प्रतिदिन लगभग 58 पराली जलाने की लगभग घटनाएं घटित होती हैं। जिससे राज्य में इस सीजन में अब तक पराली जलाने की संख्या 871 हो गई है। फतेहाबाद जिले में सबसे ज्यादा 128 मामले सामने आए, इसके बाद अंबाला (114), कैथल (113), जीद (110) कुरुक्षेत्र(102) करनाल (55) हिसार (55), यमुनानगर (59) सोनीपत (49) है। डा. कुलदीप सिंह ढींडसा ने इस समस्या से निजात पाने के लिए किसानों से सहयोग की अपील की। साथ ही उन्होंने सरकार से खेतों से ही पराली खरीद कर उद्योगों को बेचने की सलाह दी है।