Stay Safe from Heat Wave
डॉ. ढींडसा ने लू से बचाव के उपायों का पालन करने और सतर्क रहने के लिए की है अपील ।
सतर्कता और सही उपायों से गर्मी की प्राकृतिक आपदा से रह सकते हैं सुरक्षित: ढींडसा
सिरसा 26 मई 2024 : हाल ही में दिल्ली से आंध्रप्रदेश तक, लू की चपेट में आकर सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है। यह स्थिति अत्यंत गंभीर और चिंताजनक है। जैसीडी विद्यापीठ के महानिदेशक एवं अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वैज्ञानिक प्रोफेसर डॉक्टर कुलदीप सिंह ढींडसा ने सभी नागरिकों से अनुरोध किया है कि इस भीषण गर्मी में सतर्क रहें और अपनी तथा अपने परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित करें।
डॉक्टर ढींडसा ने बताया कि गर्मी की लहरें हर साल गर्मी के मौसम में एक गंभीर समस्या के रूप में सामने आती हैं। ये न केवल असहनीय होती हैं, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी बेहद खतरनाक हो सकती हैं। विशेष रूप से बच्चों, बुजुर्गों और स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे लोगों के लिए यह स्थिति चिंताजनक हो सकती है। उन्होनें बताया कि हीट वेव की चपेट में आए हरियाणा में नौ तपा से पहले ही गर्मी ने झुलसा दिया। 47.8 डिग्री तापमान के साथ सिरसा उत्तर भारत में सबसे गर्म दिन और 31.0 डिग्री के साथ सबसे गर्म रात रही। प्रदेश के सात जिलों में तापमान 45 डिग्री से अधिक रहा। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में हरियाणा व दिल्ली एनसीआर में दिन का तापमान 50 और रात का 35 डिग्री तक पहुंच सकता है। जिससे तथा आने वाले कुछ दिनों में भी झुलसा देने वाली गर्मी से राहत की उम्मीद नहीं है। इसलिए, गर्मी की लहर से बचने के लिए कुछ महत्वपूर्ण उपायों का पालन करना आवश्यक है।
सबसे पहले, पर्याप्त मात्रा में पानी पीना बहुत जरूरी है। गर्मी के दिनों में शरीर में पानी की कमी हो जाती है, जिससे डिहाइड्रेशन का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए, दिनभर में कम से कम 8-10 गिलास पानी जरूर पिएं। इसके अलावा, नारियल पानी, छाछ, लस्सी, और ताजे फलों के रस का सेवन भी फायदेमंद होता है। ये न केवल शरीर को ठंडक प्रदान करते हैं, बल्कि ऊर्जा भी देते हैं। उन्होनें कहा कि हल्के और ढीले कपड़े पहनें। सूती कपड़े सबसे बेहतर होते हैं क्योंकि ये पसीना सोख लेते हैं और शरीर को ठंडक प्रदान करते हैं। हल्के रंग के कपड़े पहनने से भी गर्मी का प्रभाव कम होता है। धूप में बाहर निकलने से बचें, खासकर दोपहर 12 बजे से 3 बजे के बीच, जब सूर्य की किरणें सबसे तेज होती हैं।
ढींडसा ने कहा कि हल्का और सुपाच्य भोजन करें। गर्मियों में भारी और तैलीय भोजन से परहेज करें। ताजे फल, सलाद, दही, और तरबूज, खरबूजा, खीरा जैसे पानीदार फलों का अधिक सेवन करें। इससे न केवल पाचन सही रहेगा, बल्कि शरीर को ठंडक भी मिलेगी। व्यायाम के समय को बदलें। अगर आप नियमित रूप से व्यायाम करते हैं, तो इसे सुबह जल्दी या शाम को देर से करें। गर्मी में व्यायाम करने से शरीर में पानी की कमी हो सकती है, इसलिए व्यायाम के दौरान और बाद में पानी का सेवन करें। बच्चों, बुजुर्गों और बीमार व्यक्तियों का विशेष ध्यान रखें। उन्हें समय-समय पर पानी देते रहें और ठंडे स्थान पर रखें। इसके अलावा, सरकारी निर्देशों और मौसम की जानकारी का पालन करें।
डॉ. ढींडसा ने कहा कि गर्मी की लहरों से बचाव के ये उपाय न केवल स्वास्थ्य की दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं, बल्कि आपके दैनिक जीवन को भी सहज और आरामदायक बना सकते हैं। थोड़ी सी सतर्कता और सही उपायों से हम इस प्राकृतिक आपदा से सुरक्षित रह सकते हैं और गर्मी के मौसम का आनंद उठा सकते हैं।
उन्होने कहा कि हमारी सरकार और स्वास्थ्य विभाग लगातार इस स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और आवश्यक कदम उठा रही है ।