Temple Bhoomi Poojan
इंसानियत और मानवता ही सबसे बड़ा धर्म : कांता चौटाला
मंदिर आस्था, संस्कृति, नैतिक मूल्यों का प्रतीक : कांता चौटाला
जेसीडी विद्यापीठ परिसर में मंदिर की स्थापना हेतु किया भूमि पूजन
सिरसा, 1 फ़रवरी 2025 – जेसीडी विद्यापीठ परिसर में मंदिर की स्थापना के लिए विधिवत भूमि पूजन का आयोजन किया गया। इस पावन अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में श्रीमती कांता चौटाला उपस्थित रहीं, जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता जेसीडी विद्यापीठ के महानिदेशक डॉ. जय प्रकाश द्वारा की गई। सर्वप्रथम मंदिर परिसर में मुख्य अतिथि द्वारा पौधारोपण किया गया ।इसके उपरांत भूमि पूजन की प्रक्रिया पंडितों द्वारा विधि-विधान से संपन्न करवाई गई।
भूमि पूजन के अवसर पर मुख्य अतिथि श्रीमती कांता जी चौटाला ने अपने उद्बोधन में सेवा और मानवता के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यहाँ के स्टाफ और विद्यार्थियों में इंसानियत कूट-कूट कर भरी होनी चाहिए, क्योंकि दूसरों की सेवा करना ही सबसे बड़ा धर्म है। उन्होंने समाज में नैतिक मूल्यों और परोपकार की भावना को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर बल दिया। इस शुभ अवसर पर उन्होंने अपनी भावनाएँ व्यक्त करते हुए कहा, मैं स्वयं को भाग्यशाली मानती हूँ कि यह पावन कार्य मेरे हाथों से संपन्न हुआ। उन्होंनें कहा कि यह मंदिर केवल ईंट-पत्थरों की संरचना नहीं, बल्कि हमारी आस्था, संस्कृति और समाज के नैतिक मूल्यों का प्रतीक होगा। उन्होंनें कहा कि यह स्थान प्रेम, शांति और सद्भाव का केंद्र बनेगा, जहाँ हर व्यक्ति आत्मिक शांति का अनुभव करेगा। उन्होंने कहा कि यह मंदिर विद्यार्थियों को न केवल आध्यात्मिक मार्गदर्शन देगा, बल्कि उन्हें नैतिकता और मूल्यों की सीख भी प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि जेसीडी विद्यापीठ हमेशा शिक्षा और संस्कारों का संगम रहा है, और यह पहल इसी परंपरा को और मजबूत करेगा ।
कार्यक्रम के दौरान महानिदेशक डॉ. जय प्रकाश ने कहा कि मंदिर की स्थापना से परिसर में आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार होगा और विद्यार्थियों, शिक्षकों एवं कर्मचारियों को मानसिक शांति प्राप्त होगी। उन्होंने कहा कि शिक्षा के साथ-साथ संस्कार और आध्यात्मिकता का भी उतना ही महत्व है, और मंदिर की स्थापना इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।उन्होंने कहा कि मंदिर ध्यान, एकाग्रता, भावनात्मक संतुलन, सामाजिक समरसता और स्वास्थ्य लाभ देता है।
भूमि पूजन के दौरान उपस्थित सभी श्रद्धालुओं ने विधिवत पूजा-अर्चना की और मंदिर की स्थापना के लिए शुभकामनाएं व्यक्त कीं। इस आयोजन के पश्चात सभी उपस्थित जनों के लिए प्रसाद वितरण भी किया गया।इस अवसर पर संपूर्ण परिसर में भक्तिमय वातावरण बना रहा, और विद्यार्थियों ने इस पहल का स्वागत करते हुए इसे सकारात्मक कदम बताया। विद्यापीठ के अधिकारियों ने विश्वास दिलाया कि यह मंदिर शिक्षा के साथ-साथ संस्कारों को भी बढ़ावा देगा, जिससे विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास होगा।
इस महत्वपूर्ण आयोजन में कुलसचिव डॉ. सुधांशु गुप्ता, डॉ. अरिंदम सरकार, डॉ. हरलीन कौर, डॉ. वरिंदर सिंह, डॉ. मोहित कुमार, प्रोफेसर डॉ. राजेंद्र कुमार, इंजीनियर आर. एस. बरार, डॉ. अमरीक गिल सहित जेसीडी विद्यापीठ के सभी शिक्षकगण, कर्मचारी एवं विद्यार्थी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के अंत में मुख्य अतिथि को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया और डॉक्टर हरलीन कौर द्वारा धन्यवाद प्रेषित किया