Voter Awareness Program at JCD Vidyapeeth
वोट डालना हर व्यक्ति का संवैधानिक अधिकार व सामाजिक कर्तव्य: ढींडसा
सिरसा 31 मार्च 2024: मजबूत लोकतंत्र के लिए जरूरी है कि सभी मतदाताओं को अपने मताधिकार का प्रयोग जरूर करना चाहिए क्योंकि वोट डालना व्यक्तियों का संवैधानिक अधिकार है और साथ ही एक सामाजिक कर्तव्य भी है। वोट डालकर लोकतंत्र के महत्व को बढ़ावा दिया जाता है और लोकतंत्रिक प्रक्रियाओं में सहभागी होने का एक माध्यम बनता है। यह समाज के निर्णय में सक्रिय भागीदारी का भी प्रतीक है जो राष्ट्रीय विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। मतदान की ताकत हमें हमारे संविधान से मिलती है और यह सभी भारतीय नागरिक का संवैधानिक अधिकार है। यह विचार जेसीडी विद्यापीठ सिरसा में मतदाता जागरूकता कार्यक्रम के तहत जेसीडी विद्यापीठ के महानिदेशक एवं अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वैज्ञानिक प्रोफेसर डॉक्टर कुलदीप सिंह ढींडसा ने स्टाफ सदस्यों और विद्यार्थियों को मतदान के प्रति जागरुक करते हुए कहे। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति अपना वोट नहीं डालता उसे नैतिकता के आधार पर सरकार के किसी भी निर्णय की आलोचना का अधिकार नहीं। व्यक्ति का वोट उसका जिम्मेदारी भी है और अधिकार भी। जब वह अपना वोट नहीं डालता, तो उसे निर्णय लेने का अधिकार भी नहीं होता। उन्होनें कहा कि यह देखने में आया है कि उच्च श्रेणी के व्यक्ति अपने वोट डालने के अधिकार को प्रयोग नहीं कर पाते क्योंकि उनको लाइनों में खड़ा होने की आदत नही है। लेकिन दूसरी ओर मध्यम वर्ग विशेषकर महिला वर्ग नाच गाकर अपने मताधिकार का प्रयोग करती हैं।
डॉ. ढींडसा ने कहा बाबा साहब अंबेडकर द्वारा रचित भारतीय संविधान विश्व का एक प्रमुख और विस्तृत संविधान है, जिसमें नागरिकों के अधिकार, कर्तव्यों, और सरकार की विभिन्न शाखाओं की संरचना के विविध पहलुओं को समाहित किया गया है। उन्होंने कहा कि सभी योग्य नागरिकों को अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए प्रोत्साहना करना महत्वपूर्ण है। यह संविधान के मूल्यों को बढ़ावा देता है और लोकतंत्र को मजबूत करता है। उन्होंने सभी योग्य नागरिकों से विशेष कर जो पहली बार वोट कर रहे हैं से अपील की है कि वह अपने मताधिकार का जरूर से जरूर प्रयोग करें और संविधान के प्रति अपना कर्तव्य निभाएं। उन्होंने कहा कि वोट देने का अधिकार एक बुनियादी मानव अधिकार है जो एक लोकतांत्रिक समाज के कामकाज के लिए आवश्यक है। यह हमारे लोकतंत्र की नींव है और इसे सभी नागरिकों के लिए संरक्षित और विस्तारित किया जाना चाहिए। हर वोट मायने रखता है और हर नागरिक को वोट देने का अधिकार है।