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Youth Festival
  • By Davinder Sidhu
  • November 9, 2023
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Youth Festival

प्रोफेसर ढींडसा ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का किया शुभारंभ।
युवाओं को नशे से दूर रहकर खेलों एवं सांस्कृतिक गतिविधियों की ओर देना चाहिए ध्यान : डॉ.ढींडसा

सिरसा 7 नवंबर 2023: मनोहर मेमोरियल स्नातकोत्तर महाविद्यालय में चल रहे 10वें यूनिवर्सिटी युवा महोत्सव के चौथे दिन मंगलवार को इंडियन ऑर्केस्ट्रा और भांगड़ा और गिद्दे नृत्य की धूम रही। फतेहाबाद व सिरसा जिले के विभिन्न कॉलेजों से पहुंचे विधार्थियों ने स्टेज पर भांगड़े पर ऐसी प्रस्तुति दी कि पूरा कॉलेज परिसर तालियों से गूंज उठा।

युवा महोत्सव के चौथे दिन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर जेसीडी विद्यापीठ के महानिदेशक एवं अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वैज्ञानिक प्रोफेसर डॉक्टर कुलदीप सिंह ढींडसा ने शिरकत की । मुख्य अतिथि एवं अन्य अथिति गण द्वारा दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया । इस अवसर पर उनके साथ जेसीडी विद्यापीठ के कुलसचिव डॉक्टर सुधांशु गुप्ता , जनसंपर्क निदेशक प्राचार्य डॉक्टर जय प्रकाश, डॉक्टर शिखा गोयल उपस्थित रहे।

कॉलेज प्राचार्य डॉ. गुरचरण दास ने आए हुए अतिथियों का स्वागत किया। इस अवसर पर युवा महोत्सव ऑब्जर्वर सीडीएलयू सिरसा से ईईएस डिपार्टमेंट से प्रो. मोहम्मद काशिफ किदवई, माया राठी सहित कॉलेज के सभी स्टाफ सदस्य मौजूद रहे।

‘त्रिवेणी युवा महोत्सव- एक संकल्प नशे के विरुद्ध थीम पर आयोजित इस युवा महोत्सव की सराहना करते हुए प्रोफेसर ढींडसा ने समस्त आयोजकों को अपना आशीर्वाद एवं बधाई प्रेषित की। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी को नशे तथा अन्य व्यसनों से दूर रहकर ऐसे कार्यक्रमों में अधिक से अधिक संख्या में हिस्सा लेकर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करना चाहिए ताकि उनकी कला में ओर अधिक निखार हो सके। उन्होंने कहा कि वर्तमान की युवा पीढ़ी अपने संस्कारों एवं संस्कृति को भूलने के कारण ही वास्तविकता से परे हो चुकी है तथा अनेक विकारों से घिर गई है। उन्होंने ने कहा कि युवाओं को नशे से दूर रहकर खेलों एवं सांस्कृतिक गतिविधियों एवं शिक्षा की ओर ध्यान देना चाहिए ताकि उनको सफलता प्राप्त हो सके। पिछले कुछ वर्षों में देखा गया है कि भारत ड्रग्स और मादक पदार्थों की गिरफ्त में आ चुका है। आज का युवा वर्ग ही इससे ज्यादातर प्रभावित है। युवा नशे की लत में पड़ कर अपना जीवन बर्बाद कर रहा है। आंकड़ों की बात करें तो एक रिपोर्ट के अनुसार लगभग 7.13 करोड़ लोग तरह-तरह के नशों की गंभीर लत से जूझ रहे हैं। रिपोर्ट के आंकड़े यह भी बताते हैं कि देश की लगभग 20 प्रतिशत आबादी (10-75 वर्ष के बीच की) विभिन्न प्रकार के नशे की चपेट में है। दूध-दही के खाने के लिए मशहूर हरियाणा अब पड़ोसी राज्य पंजाब की तरह नशे की गिरफ्त में आ रहा है। प्रदेश के 22 में से 10 जिले बुरी तरह से नशे की चपेट में हैं। ऐसा नहीं है कि शेष 12 जिले नशे से मुक्त हैं। यहां भी नशे का चलन बढ़ रहा है। युवा ही नहीं बच्चे भी इसकी चपेट में आ रहे हैं।

नशा करने वालों में 18 से 35 वर्ष के युवाओं की संख्या अधिक है। इससे भी गंभीर बात ये है कि महिलाएं और लड़कियां नशीले पदार्थों को एक दूसरे स्थानों पर पहुंचाने के लिए कैरियर का काम कर रही हैं। पिछले आठ साल के आंकड़े बताते हैं कि प्रदेश में हर साल औसतन 47 से 50 युवक नशे के कारण दम तोड़ रहे हैं। साल 2022 में 84 युवाओं ने जान गंवाई। आज का युवा वर्ग तेजी से नशे की गिरफ्त में जा रहा है। अगर समय रहते युवाओं को जागरूक कर नशे से दूर नहीं किया गया तो आने वाले समय में हमारे समाज को इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे।

उन्होंने कहा कि युवा उत्सव कला और संस्कृति को बढ़ावा दे रहे हैं। त्योहारों के दौरान छात्र प्रतिस्पर्धी स्वभाव सीखते हैं। युवा महोत्सव भाईचारे, राष्ट्रीय एकता और आपसी सम्मान को बढ़ावा देता है। युवा महोत्सव छात्रों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देने और उनकी पाठ्येतर गतिविधियों के संबंध में उनकी क्षमताओं में सर्वश्रेष्ठ लाने के लिए आयोजित कराए जाते हैं।उन्होंने कहा कि युवाओं का जोश देखते ही बनता है क्योंकि इनमें एक सकारात्मक ऊर्जा का संचार अपने आप में ओर अधिक निखार ला देता है। डॉ. ढींडसा ने कहा कि युवा वहीं है जो वायु के समान सदैव गतिशील एवं चलायमान है, जो बिना रूके अपने कर्तव्यों एवं देश के प्रति जिम्मेवारी को निभाता है।

इस अवसर पर चौ. देवीलाल विश्वविद्यालय से डॉक्टर मंजू नेहरा डॉक्टर सुरेंद्र कुंडू , डॉक्टर अमित सांगवान , डॉ. मोहम्मद कासिफ किदवई एवं सम्बद्ध महाविद्यालयों के प्राचार्यगण, स्टाफ सदस्य, विद्यार्थीगण एवं अन्य गणमान्य लोग भी उपस्थित रहे।

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