Arrangement of Drinking Water for the Pedestrians.
लू से करें अपना और जीव जंतुओं का बचाव : डॉ. ढींडसा
सिरसा का तापमान नए रिकॉर्ड तोड़ते हुए 47 डिग्री के पार पहुंचा।
विद्यापीठ ने राहगीरों के लिए पीने के पानी की व्यवस्था का किया शुभारंभ।
सिरसा 19 मई 2024: जेसीडी विद्यापीठ ने आज बढ़ती हुए भीषण गर्मी को ध्यान में रखते हुए राहगीरों के लिए पीने के पानी की व्यवस्था को शुरू करके सामाजिक सेवाओं में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया है। इस पहल के तहत, गेट के पास एक विशेष स्थान पर मिट्टी के घड़ों में ठंडा पानी रखा गया है, जिससे राहगीरों को अधिकतम आराम और सुविधा मिले। यह पहल राहगीरों को इस तपती धूप में ठंडा पानी पीकर सफर में आरामदायक समय बिताने में मदद करेगी और उनकी स्वास्थ्य का भी ध्यान रखेगी। विद्यापीठ का यह उद्देश्य है कि हर राहगीर को सही स्थान पर पानी की सुविधा मिले, चाहे वह किसी भी समय आए। आज स्वयं जेसीडी विद्यापीठ के महानिदेशक एवं अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वैज्ञानिक डॉक्टर कुलदीप सिंह ढींडसा ने अपने हाथों से विद्यार्थियों को ठंडा पानी पिलाकर इसका शुभ आरंभ किया। इस अवसर पर उनके साथ जेसीडी विद्यापीठ के जन संपर्क निदेशक डॉक्टर जय प्रकाश एवं सिक्योरिटी ऑफिसर जसवंत सिंह के इलावा अन्य अधिकारी गण उपस्थित रहे।
इस अवसर पर डॉक्टर ढींडसा ने कहा कि इस भीषण गर्मी में लू से अपना और जीव जंतुओं का बचाव करने के लिए विद्यापीठ ने कई उपाय अपनाए हैं। विशेष रूप से, विद्यापीठ ने अपने कैंपस के गेट पर राहगीरों के पीने के लिए ठंडे पानी की सुविधा प्रदान करने का निर्णय लिया है। यह सुविधा विद्यार्थियों, शिक्षकों, कर्मचारियों, राहगीरों और जीव जंतुओं को लू के खतरे से बचने में मदद करेगी। उन्होनें कहा कि लू के खतरे से बचने के उपाय अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। लू के खतरे से बचने के लिए हमें पर्याप्त पानी पीना, ठंडा पानी और ज्यादा से ज्यादा फल खाना, छाता प्रयोग करना , धूप में कम समय बिताना, ठंडे वस्त्र पहनना, और बच्चों और बुजुर्गों की देखभाल करना जरूरी है। ये उपाय हमें लू के खतरे से सुरक्षित रख सकते हैं और हमें स्वस्थ रखने में मदद कर सकते हैं।
ज्ञातव्य है कि जल सेवा को शास्त्रों में सबसे पुण्य दान माना गया है। यह अनमोल धरोहर है जो हमें जीवन और परिवार के साथ समृद्धि और स्वास्थ्य प्रदान करता है। इससे बड़ा कोई भी दान नहीं है, क्योंकि जल ही जीवन है। उन्होनें कहा कि विद्यापीठ ने छोटे पशु पक्षियों की देखभाल के लिए प्रयासरत है और उनके लिए खाने पीने की सुविधा प्रदान करने का निर्णय लिया है। यह पहल प्रदेश के प्राकृतिक जीव और पक्षियों की संरक्षा और पर्यावरणीय संतुलन को ध्यान में रखते हुए की गई है।विद्यापीठ ने कई स्थानों पर छोटे पशु पक्षियों के लिए खाने की ठंडक और पानी की सुविधा उपलब्ध कराई है। यह पहल छोटे पशु पक्षियों के संरक्षण और उनकी संख्या में वृद्धि को बढ़ावा देगी और प्राकृतिक वातावरण को संतुलित रखने में सहायक होगी।
डॉ. जय प्रकाश ने कहा कि इस उत्कृष्ट पहल के माध्यम से, JCD विद्यापीठ ने प्राकृतिक जीवन की रक्षा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है और समाज के साथ साझेदारी का संकेत दिया है। उन्होंने कहा कि जेसीडी में घनी छाया वाले वृक्षों के नीचे विद्यार्थियों के बैठने के लिए लकड़ी के बेंचो की सुविधा की गई है। एडमिशन सेल में आने वाले हर आगंतुक को जल जीरा पिलाया जाता है।