Celebration of Republic Day
भारत का संविधान है विश्व का सबसे विस्तृत : ढींडसा
जेसीडी विद्यापीठ में 75 वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर ढींडसा द्वारा किया गया ध्वजारोहण
26 जनवरी 2024: जेसीडी विद्यापीठ में 75 वें गणतन्त्र दिवस के उपलक्ष्य में ध्वजारोहण कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें जेसीडी विद्यापीठ के महानिदेशक एवं अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वैज्ञानिक प्रोफेसर डॉ कुलदीप सिंह ढींडसा ने ध्वजारोहण किया। इस अवसर पर उनके साथ जेसीडी विद्यापीठ के कुलसचिव डॉक्टर सुधांशु गुप्ता , जनसंपर्क निदेशक प्राचार्य डॉ जयप्रकाश , डॉ. अरिंदम सरकार, डॉ. शिखा गोयल, डॉ. हरलीन कौर , डॉ. दिनेश कुमार के अलावा डॉ. राजेंद्र कुमार ,डॉ. अमरीक गिल, जसवंत व अन्य अधिकारीगण एवं गणमान्य लोगों के अलावा सभी कॉलेजेस के टीचिंग एवं नॉन टीचिंग स्टाफ , सफाई कर्मचारी, सिक्योरिटी गॉर्ड, माली तथा छात्रावास के छात्र-छात्राओं के अलावा संस्थान में रहने वाले सभी कर्मचारियों-अधिकारियों द्वारा तिरंगे को सेल्यूट करके सलामी दी गई तथा इस इस पावन पर्व को मनाया गया। इस अवसर पर सबसे पहले प्राचार्य डॉ जयप्रकाश ने 75 वें गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि एवं अन्य अतिथिगण का स्वागत किया।
तत्पश्चात मुख्य अतिथि डॉ ढींडसा ने सभी जेसीडी विद्यापीठ के कर्मचारियों को बधाई एवं हार्दिक शुभकामनाएं प्रेषित की। उन्होंने अपने संबोधन में भारतीय संविधान के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि भारतीय संविधान के प्रारूप समिति के अध्यक्ष डॉ भीमराव अंबेडकर के देखरेख में प्रेम बिहारी नारायण रायजादा ने भारतीय संविधान को हिंदी तथा अंग्रेजी भाषा में अपने हाथों से लिखा।भारतीय संविधान लिखने वाली सभा में 299 सदस्य थे जिसके अध्यक्ष डॉ. राजेन्द्र प्रसाद थे। भारत का संविधान विश्व के किसी भी गणतान्त्रिक देश का सबसे लम्बा लिखित संविधान है । इसमें 470 अनुच्छेद हैं जो 22 भागों और 12 अनुसूचियों में विभाजित हैं। कुल मिलाकर 511 धाराएं हैं। भारत का संविधान 251 पेज का है जो सभी संविधान को परख कर बनाया गया। उन्होंने कहा कि
आज का दिन हमें भारत गणराज्य की स्थापना की याद दिलाता है। इस दिन हम उन महापुरुषों को भी याद करते हैं, जिन्होंने भारत को स्वतंत्रता दिलवाने और भारतीय संविधान को लागू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इनकी बदौलत ही भारत आज एक गणराज्य देश कहलाता है। हमारे महान भारतीय नेताओं और स्वतंत्रता सेनानियों महात्मा गांधी, भगत सिंह, चंद्र शेखर आजाद, लाला लाजपत राय, सरदार बल्लभ भाई पटेल और लाल बहादुर शास्त्री आदि ने देश की आजादी के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी थी।
डॉक्टर ढींडसा ने कहा कि गणतंत्र दिवस हम सभी भारतीयों के अंदर हर्ष, उल्लास और नए सोच का संचार करता है. देशवासियों को यह संकल्प लेने के लिए भी प्रेरित करता है कि वो अमर शहीदों के बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने देंगे और अपने देश की रक्षा, गौरव और उत्थान के लिए सदा समर्पित रहेंगे। उन्होंनें कहा कि हमें अपने सामाजिक मुद्दों जैसे गरीबी, बेरोजगारी, अशिक्षा, ग्लोबल वार्मिंग, असमानता आदि के बारे में जागरूक होना चाहिए ताकि आगे बढ़ने के लिए उन्हें हल किया जा सके।
इस कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि ने सांस्कृतिक कार्यों में बढ़ चढ़कर भाग लेने वाले विद्यार्थियों और कर्मचारियों को प्रोत्साहन राशि देकर सम्मानित किया गया । कार्यक्रम के अंत में सभी विद्यार्थियों में कर्मचारियों को मिठाइयां वितरित की गई। इस कार्यक्रम के मंच का संचालन डॉक्टर राजेंद्र कुमार द्वारा किया गया।