Improvement in the status of Indian universities
वल्र्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग सर्वे में भारतीय विश्वविद्यालयों की स्थिति में हुआ सुधार – प्रोफेसर ढींडसा
सिरसा 14 जुलाई 2023: अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वैज्ञानिक एवं जेसीडी विद्यापीठ के महानिदेशक डाॅ. कुलदीप सिंह ढींडसा ने बताया कि गत माह जारी किए गए वल्र्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग के आंकड़ों के अनुसार भारत के उच्च शिक्षा संस्थानों की वैश्विक रैंकिंग में भारत की स्थिति कोई विशेष उत्साहवर्धक नहीं है केवल आईआईटी मुम्बई (149) को छोड़कर पहले 150 संस्थानों में भारत के किसी विश्वविद्यालय का नाम नहीं है। यदि हम 500 तक की सूची उठाकर देखें तो उसमें केवल दिल्ली विश्वविद्यालय व अन्ना यूनिवर्सिटी ने क्रमशः 407 वां व 427वां स्थान प्राप्त किया था। भारत के प्रतिष्ठित संस्थान आईआईटी और आईआईएससी बैंगलोर भी गुणवत्ता की सूची में पहले से नीचे की रैंकिंग में आए हैं। डाॅ. ढींडसा ने बताया कि इस सर्वे में भारतीय विश्वविद्यालयों की स्थिति में कुछ सुधार हुआ है जहां के 1500 संस्थानों की सूची में पहले भारत के 41 विश्वविद्यालयों की गणना होती थी अब वह बढ़कर 45 हो गई है।
डाॅ. ढींडसा ने बताया कि यह खेद का विषय है कि उत्तर भारत के विश्वविद्यालयों की रैंकिंग बेहतर होने की बजाए कुछ नीचे हो गई है। अधिकतर विश्वविद्यालय आर्थिक संकट एवं स्टाॅफ की कमी से जूझ रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि यदि हम वैश्विक मानचित्र पर एक सम्मानित स्थान चाहते हैं, जिसके कि हम हकदार हैं, तो अनुसंधान एवं अन्वेषण का बजट बढ़ाने की आवश्यकता है। इस दिशा में राष्ट्रीय अनुसंधान फाउंडेशन द्वारा 2023 से 2028 तक के लिए 50 हजार करोड़ का बजट आबंटित करना एक सराहनीय कदम है। इस मामले में यह भी उल्लेखनीय है कि कुछ विश्वविद्यालय ग्रामीण क्षेत्रों में भी स्थापित किए जाएं और शिक्षा के स्वरूप को ऐसा बनाया जाए जो विद्यार्थियों को उपलब्ध करा सके।