Inaugural Function of Two Days National Seminar – JCD PG College of Education, Sirsa
जेसीडी शिक्षण महाविद्यालय में दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का विधिवत् शुभारंभ
सच्ची निष्ठा एवं ईमानदारी के साथ लग्र एवं मेहनत से करें अपना शोध कार्य : प्रो.गहलावत
जेसीडी विद्यापीठ में स्थापित शिक्षण महाविद्यालय के सभागार कक्ष में शुक्रवार को आयोजित होने वाले दो दिवसीय ‘शिक्षा, इंजीनियरिंग, विज्ञान और प्रबंधन में नवीन अनुसंधान आज की आवश्यकता’ विषय पर राष्ट्रीय सेमिनार का विधिवत् रूप से शुभारंभ किया गया, जिसमें बतौर मुख्यातिथि चौ. देवीलाल विश्वविद्यालय सिरसा के डीन रिसर्च प्रोफेसर डॉ.एस.के.गहलावत ने शिरकत की, वहीं इस कार्यक्रम की अध्यक्षता जेसीडी विद्यापीठ की प्रबंध निदेशक डॉ.शमीम शर्मा द्वारा की गई। इस मौके पर उनके साथ जेसीडी विद्यापीठ के विभिन्न कॉलेजों के प्राचार्यगण डॉ.जयप्रकाश, डॉ.दिनेश गुप्ता, डॉ.कुलदीप सिंह, डॉ.अनुपमा सेतिया, डॉ.राजेश्ववर चावला, इंजी.आर.एस.बराड़ तथा चौ.देवीलाल विश्वविद्यालय से पधारे हुए डॉ.निवेदिता, डॉ.शमशेर सिंह ढिल्लो, डॉ. ईश्वर मलिक, डॉ.अशोक मलिक, डॉ.रणजीत कौर, डॉ.ममता एवं अन्य अनेक गणमान्य लोग भी उपस्थित रहे। इस सेमिनार के संयोजक डॉ.राजेन्द्र कुमार ने सर्वप्रथम सभी शोधार्थियों एवं अन्य का इस कार्यक्रम में पधारने पर उनका स्वागत करते हुए सभी का आभार प्रकट किया।
सेमिनार में जेसीडी विद्यापीठ की प्रबंध निदेशक डॉ.शमीम शर्मा ने अपने संबोधन में सभी प्रतिभागियों एवं अतिथियों का जेसीडी विद्यापीठ में पधारने पर स्वागत किया। उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य विद्यार्थियों के लिए सदैव नए आयाम चुनना है, जिसमें यह सेमिनार एक मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य विद्यार्थियों में संस्कारित, गुणवत्तायुक्त तथा बेहतरीन शिक्षा प्रदान करना है। डॉ.शर्मा ने कहा कि आज के युग में प्रत्येक को स्वयं को अपडेट रखना अतिआवश्यक है ताकि नवीन जानकारियों के बारे में पता रहे। आज की युवा शक्ति दुनिया में सबसे उच्च स्तर पर है, इसलिए ऐसे आयोजनों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना लाभदायक साबित होता है।
बतौर मुख्यातिथि अपने संबोधन में प्रो.एस.के.गहलावत ने संस्थान के सभी अधिकारियों एवं शोधार्थियों को इस सेमिनार की बधाई देते हुए कहा कि इस सेमिनार का विषय आज के युग से प्रेरित है, जो शोधार्थियों के लिए काफी लाभदायक साबित होगा। उन्होंने कहा कि यह सेमिनार इससे सम्बन्धित प्रत्येक संकाय पर प्रकाश डालेगा। उन्होंने कहा कि अनुसंधान एक प्रकार से समाज में जो कुछ नया खोजा जाता है तथा कुछ पुरानी खोजों में से निकालकर उन्हें विकसित रूप प्रदान करना है। प्रो.गहलावत ने सभी शोधार्थियों एवं अन्य से आह्वान किया कि वे पूरी लग्र, ईमानदारी एवं मेहनत से अपने शोध क्षेत्र में कार्य करें ताकि उसका बेहतर लाभ मिल सकें। वहीं उन्होंने बताया कि किस प्रकार अनुसंधान में साहित्यिक चोरी हो रही है उसे रोका जाना अतिआवश्यक है। उन्होंने कहा कि शोध को हमेशा समाज एवं व्यक्ति के विकास के लिए तथा उनके हित हेतु करना चाहिए तभी यह सफल हो सकता है।
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Inaugural Function of Two Days National seminar – JCD College of Education, Sirsa – 29/03/2019See images »
इस अवसर पर डॉ.जयप्रकाश द्वारा इस सेमिनार में पधारे हुए सभी अतिथियों एवं शोधार्थियों के अलावा समस्त विद्यार्थियों एवं कॉलेज के स्टाफ सदस्यों का आभार प्रकट किया गया।
वहीं शुभारंभ अवसर के इस कार्यक्रम में इस राष्ट्रीय सेमिनार के आयोजक सचिव डॉ.रमेश शर्मा द्वारा जेसीडी विद्यापीठ की प्रबंध निदेशक महोदया एवं अन्य अतिथियों तथा शोधार्थियों के अलावा सिरसा के अलावा बाहर से पधारे सभी अतिथियों का धन्यवाद प्रकट करते हुए कहा कि ऐसे आयोजनों से जहां शोध में एक नया आयाम मिलता है वहीं यह शोधार्थियों एवं विद्यार्थियों के लिए भी लाभदायक साबित होते हैं।