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Preparation of One day National Seminar at JCD Memorial PG College, Sirsa
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  • February 19, 2019
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Preparation of One day National Seminar at JCD Memorial PG College, Sirsa

जेसीडी मैमोरियल कॉलेज में राष्ट्रीय संगोष्ठी की तैयारियां पूरी
विज्ञान, प्रौद्योगिकी, मानविकी एवं वाणिज्य के संदर्भ में विद्यार्थी जानेंगे नवीनतम जानकारियों के बारे में

On Thursday, 21 February, the National Seminar on ‘One-Day Approach: Science and Technology, Humanities and Commerce’ will be organized at JCD Memorial PG College, Sirsa. Senior journalist Ajit, Chief Editor of Delhi along with famous theatre artist Manish Joshi will attend the program. Smt. Shamim Sharma, Managing Director of the JCDV, will preside over the program.

जेसीडी विद्यापीठ में स्थापित स्नातकोत्तर महाविद्यालय में एक दिवसीय ‘अंत:विषय दृष्टिकोण: विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, मानविकी व वाणिज्य के संदर्भ में’ विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन वीरवार 21 फरवरी को किया जाएगा, जिसमें बतौर मुख्यातिथि व मुख्य वक्ता दिल्ली के वरिष्ठ पत्रकार अजीत राय शिरकत करेंगे तथा इनके साथ मशहूर थिएटर कलाकार मनीष जोशी विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे, वहीं जेसीडी विद्यापीठ की प्रबंध निदेशक डॉ.शमीम शर्मा इस कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे।

इस बारे विस्तारपूर्वक जानकारी प्रदान करते हुए कॉलेज के प्राचार्य डॉ.जयप्रकाश ने बताया कि इस राष्ट्रीय संगोष्ठी की सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं तथा इसमें 100 से ज्यादा शोधपत्र प्राप्त हो चुके हैं जबकि 200 से अधिक शोधपत्रों के आने की संभावना है। उन्होंने बताया कि इस संगोष्ठी में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के गुण एवं अवगुण पर विज्ञान के शोधार्थियों द्वारा चर्चा की जाएगी जिसका लाभ विद्यार्थियों के साथ-साथ शोधार्थियों एवं अन्य को भी होगा। डॉ. जयप्रकाश ने बताया कि इस राष्ट्रीय सेमिनार हेतु केवल हरियाणा ही नहीं अपितु राजस्थान, पंजाब एवं अन्य क्षेत्रों से भी प्रतिभागियों द्वारा अपने आवेदन भेजे गए हैं।

उन्होंने बताया कि हमारा उद्देश्य विद्यार्थियों को उच्च एवं गुणवत्तायुक्त शिक्षा के साथ-साथ विशेषज्ञों से रूबरू करवाना भी है, जिसका ऐसे कार्यक्रम हिस्सा हैं। उन्होंने बताया कि इस संगोष्ठी को सफल बनाने के लिए प्रबंधन समिति की ओर से पूरा ध्यान दिया गया है ताकि बाहर से आने वाले प्रतिभागियों को कोई परेशानी का सामना ना करना पड़े। इसके लिए 20 से अधिक कमेटियों का गठन किया गया है ताकि सफलतापूर्वक एवं बेहतर तरीके से इसका आयोजन किया जा सके। उन्होंने सभी शोधार्थियों से आह्वान किया कि वे अधिक से अधिक संख्या में इसमें हिस्सा लेकर लाभ प्राप्त करें।