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Valedictory of National Conference
  • By JCDV
  • March 1, 2023
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Valedictory of National Conference

जेसीडी विद्यापीठ में आयोजित बहुविषयक राष्ट्रीय सेमिनार का समापन, अनेक परिक्षेत्रों के विशेषज्ञों ने की शिरकत*
एक अध्यापक के लिए मल्टी टैलेंटेड होना जरूरी : डॉ. अवनीश वर्मा।

सिरसा, 01 मार्च, 2023: जेसीडी विद्यापीठ में स्थित जेसीडी मैमोरियल कॉलेज और जेसीडी कॉलेज ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट की तरफ से आयोजित एक दिवसीय बहुविषयक राष्ट्रीय सेमिनार का विधिवत समापन हो गया। जिसमें इनोवेशन इन साइंस, ह्यूमैनिटीज़,एजुकेशन, मैनेजमेंट, इंजीनियरिंग एंड कॉमर्स से जुड़े विषयों पर शोधपत्र प्रस्तुत किए गए।समापन सत्र में गुरू जंभेश्वर यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार, प्रो. डॉ. अवनीश वर्मा मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे एवं अध्यक्षता जेसीडी विद्यापीठ के महानिदेशक अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वैज्ञानिक डॉ कुलदीप ढींडसा द्वारा की गई । । इस दौरान कुलसचिव डॉक्टर सुधांशु गुप्ता , प्राचार्य डॉ जयप्रकाश, प्राचार्य डॉ दिनेश गुप्ता, प्राचार्या डॉ अनुपमा भी मंच पर मौजूद रही।

वहीं जेसीडी मेमोरियल कॉलेज की कार्यकारी प्राचार्या डॉ शिखा गोयल, जेसीडी इंस्टीट्यूट ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट की कार्यकारी प्राचार्या डॉ. हरलीन कौर संयुक्त रूप से इस सेमिनार की संयोजक रहीं और उन्होंने आए हुए मुख्य अतिथियों ओर गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया।इस दौरान उनके साथ ऑर्गेनाइजिंग सेक्रेट्री डॉ. अमरीक गिल, डॉ. रणदीप कौर भी मौजूद रहीं। सेमिनार में दो टेक्निकल सेशन आयोजित किए गए जिसमे से पहले टेक्निकल सेशन में विशेषज्ञ के रूप में सीडीएलयू की फूड साइंस एंड टेक्नोलॉजी विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ मंजू नेहरा मौजूद रहीं दूसरे टेक्निकल सेशन में विशेषज्ञ के रूप में सीडीएलयू के डिपार्टमेंट ऑफ इकोनॉमिक्स के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ रोहताश कुमार मौजूद रहे।

समापन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे जंभेश्वर यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार, प्रो. डॉ. अवनीश वर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि देश और दुनिया के अंदर शिक्षा,विज्ञान और अन्य क्षेत्रों में क्या बदलाव आ रहे हैं, ये कितने प्रभावी है और इनके रिजल्ट्स क्या हैं यह जाने के लिए ऐसे सेमिनार बहुत बड़ा माध्यम हैं। ऐसे प्लेटफार्म पर स्कॉलर्स एक दूसरे के शोध को जानते हैं उसमे से कुछ नया प्राप्त करते हैं जो कि शिक्षा और शोध जगत के लिए लाभदायक है। उन्होंने नई शिक्षा नीति का जिक्र करते हुए कहा कि आज के युग में कंपटीशन के बाजार मे जा रहे एक विद्यार्थी के लिए ही नहीं बल्कि एक अध्यापक के लिए भी मल्टी टैलेंटेड होना जरूरी है।

जेसीडी विद्यापीठ के महानिदेशक प्रो. डॉ कुलदीप सिंह ढींडसा ने मुख्य अतिथि का धन्यवाद करते हुए कहा कि इस सेमीनार का मुख्य उद्देश्य रिसर्च की नई तकनीक की जानकारी साझा करना, शोधार्थियों के संशय को दूर करना, शोधार्थियों को उनके नए विचार पेश करने का मौका प्रदान करना था।

इस दौरान पूरे हरियाणा राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, दिल्ली एनसीआर और भारत के अन्य राज्यों से 250 के करीब शोधार्थी अपने-अपने विषय पर रिसर्च पेपर के साथ पहुंचे।इस सेमीनार में सोशल साइंस रिसर्च, सूचना प्रोद्योगिकी में नएं अविष्कार, भौतिकी और जीवन विज्ञान में नए शोध, ग्लोबल मैनेजमेंट और व्यापार में आए बदलाव, मानविकी में अनुसंधान ,शिक्षा में रचनात्मकता,प्रौद्योगिकी-वर्धित शिक्षा, शिक्षक, शिक्षा और मूल्यांकन, इंजीनियरिंग में नवीनतम रुझानों, आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस जैसे विषयों समेत अनेकों अन्य विषयों पर शोध व प्रेजेंटेशन पेश किए गए। इस दौरान डिस्कशन व प्रश्नौत्तर सत्र का आयोजन किया गया।रिसर्च पेपर प्रस्तुत करने वाले सभी शोधार्थियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए।अंत में डॉ अनीता मक्कड़ ने कार्यक्रम की रिपोर्ट पेश की और उसके बाद डॉ हरलीन कौर ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

इस कार्यक्रम ने विद्वानों, शोधकर्ताओं और छात्रों को विभिन्न क्षेत्रों में प्रगति से संबंधित अपने शोध निष्कर्षों, केस स्टडीज और अनुभवों को प्रस्तुत करने और चर्चा करने के लिए एक मंच प्रदान किया। प्रतिभागियों को विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों के साथ बातचीत करने और विभिन्न विषयों में नवीनतम रुझानों और विकास के बारे में जानने का अवसर मिला।इस कॉन्फ्रेंस में अन्य कॉलेजों एवं विश्वविद्यालयों से भी प्राध्यापक व विद्यार्थी शामिल हुए और विशेषज्ञों के वक्तव्यों से अपना ज्ञानवर्धन व शंकओं का निवारण किया।

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