World Food Safety Day
खाद्य सुरक्षा, स्वस्थ और स्वच्छ भोजन को दें प्राथमिकता : ढींडसा
विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस के अवसर पर जेसीडी विद्यापीठ में कार्यक्रम आयोजित ।
सिरसा 07 जून 2024: विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस के अवसर पर आज जेसीडी विद्यापीठ में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में प्रोफेसर डॉ. कुलदीप सिंह ढींडसा उपस्थित थे। उन्होंने खाद्य सुरक्षा और पौष्टिक आहार के महत्व पर प्रकाश डाला और उपस्थित स्टाफ को इस दिशा में प्रेरित किया। कार्यक्रम की शुरुआत स्वागत भाषण से हुई, जिसमें जेसीडी विद्यापीठ के छात्रों और शिक्षकों ने मिलकर भाग लिया। इसके पश्चात, प्रोफेसर डॉ. कुलदीप सिंह ढींडसा ने अपने संबोधन में कहा कि विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस का उद्देश्य लोगों को खाद्य सुरक्षा के प्रति जागरूक करना और उन्हें स्वस्थ एवं पौष्टिक आहार ग्रहण करने के लिए प्रेरित करना है। उन्होंने जोर देकर कहा कि आज के समय में खाद्य पदार्थों की बर्बादी एक गंभीर समस्या बन चुकी है, जिससे न केवल हमारे पर्यावरण को नुकसान हो रहा है, बल्कि हमारे समाज में भूख और कुपोषण जैसी समस्याएं भी बढ़ रही हैं।
प्रोफेसर ढींडसा ने उपस्थित विद्यार्थियों और स्टाफ को संकल्प दिलाया कि वे खाद्य पदार्थों की बर्बादी पर अंकुश लगाएंगे और हमेशा सुरक्षा मानकों के अनुरूप पौष्टिक आहार का सेवन करेंगे। उन्होंने कहा कि हमें अपने दैनिक जीवन में छोटे-छोटे बदलाव करने होंगे, जैसे कि खाने की उचित मात्रा लेना, बचे हुए खाने को पुनः उपयोग करना, और खाद्य पदार्थों को सुरक्षित और स्वच्छ तरीके से संग्रहित करना। उन्होंने कहा कि खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हमें स्वस्थ और स्वच्छ भोजन को प्राथमिकता देनी चाहिए। कीटनाशकों और रसायनों से बचें, स्थानीय और ताजे खाद्य पदार्थों का सेवन करें, खाने की बर्बादी रोकें, और सही भंडारण सुनिश्चित करें। ये कदम हमारे स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए आवश्यक हैं।
खाद्य सुरक्षा के महत्व को रेखांकित करते हुए, डॉ. ढींडसा ने बताया कि खाद्य पदार्थों में कीटनाशकों, रसायनों और अन्य हानिकारक पदार्थों की मिलावट से हमारे स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। उन्होंने बताया कि सुरक्षित और स्वस्थ खाद्य पदार्थों का सेवन हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है और हमें कई बीमारियों से बचाता है। इसके लिए, हमें स्थानीय और ताजे खाद्य पदार्थों का अधिक से अधिक उपयोग करना चाहिए और प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों से बचना चाहिए।
कार्यक्रम का समापन प्राचार्य डॉ जय प्रकाश के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिसमें जेसीडी विद्यापीठ के प्रबंधन और शिक्षकों ने इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सभी का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर प्रोफेसर डॉ. कुलदीप सिंह ढींडसा के प्रेरणादायक शब्दों ने सभी उपस्थित लोगों को खाद्य सुरक्षा के प्रति जागरूक और जिम्मेदार बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
इस कार्यक्रम ने सभी को यह सोचने पर मजबूर किया कि हम अपने आहार और खाद्य पदार्थों के प्रति कितना सजग हैं और हमें अपने स्वास्थ्य और पर्यावरण की सुरक्षा के लिए क्या-क्या कदम उठाने चाहिए। विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस के इस आयोजन ने न केवल खाद्य सुरक्षा के महत्व को रेखांकित किया, बल्कि यह भी सिखाया कि स्वस्थ और सुरक्षित आहार हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसे हमें हर कीमत पर बनाए रखना चाहिए।