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Valedictory Function of CRE Programme – JCD College of Education, Sirsa
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  • April 24, 2019
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Valedictory Function of CRE Programme – JCD College of Education, Sirsa

जननायक चौधरी देवीलाल शिक्षण महाविद्यालय सिरसा में भारतीय पुनर्वास परिषद नई दिल्ली द्वारा तीन दिवसीय सतत पुनर्वास शिक्षा (सीआरई) कार्यक्रम का समापन समारोह का आयोजन किया गया।

समापन समारोह के मुख्य अतिथि डॉ सुरेंद्र गोयल निदेशक गोयनका स्कूल सिरसा एवं विशेष अतिथि डॉ शमीम शर्मा मैनेजिंग डायरेक्टर जेसीडी विद्यापीठ सिरसा विद्यापीठ व कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य डॉ जयप्रकाश ने की। डॉ जयप्रकाश ने आए हुए अतिथियों का स्वागत करते हुए उनका संक्षिप्त परिचय दिया। डॉ जयप्रकाश ने संबोधित करते हुए कहा कि विकलांग बच्चों की क्षमता के बारे में जानकारी के अभाव में कई स्कूल ऐसे बच्चों को अपने यहां दाखिला लेने से हिचकते हैं। शिक्षकों, प्राचार्यों तथा स्कूल के अन्य कर्मचारियों को सुग्राही बनाने के लिए कार्यक्रम चलाए जाएं। इस अवसर पर विशेष अतिथि डॉ शमीम शर्मा ने सभी प्रतिभागियों से कहा कि आप सभी नौकरी के साथ -साथ एक पुनीत कार्य से भी जुड़े हुए है। अतः आप अपने-अपने क्षेत्र में पूरे मन एवं ईमानदारी से कार्य करें ताकि ईश्वर आपकी हमेशा मदद करता रहेगा। डॉ शर्मा ने कहा कि इस प्रकार के विशेष बच्चों की बहुत ही देखभाल की आवश्यकता है। विशेष अध्यापक इस प्रकार के कार्यक्रम में भाग लेकर समाज में पैदा कर सकते हैं।

मुख्य अतिथि सुरेंद्र गोयल ने सभी प्रतिभागियों से कहा कि शिक्षकों की परिचय तथा सेवा प्रशिक्षण में विकलांग बच्चों के प्रबंधन से जुड़े मुद्दों पर एक मॉड्यूल शामिल किया जाए। उन्हें विकलांग छात्रों के क्लास रूम, हॉस्टल, कैफेटेरिया तथा अन्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिए प्रोत्साहित किया जाए। उचित एजेंसियों जैसे- मार्केटिंग बोर्ड, जिला ग्रामीण विकास एजेंसी, निजी एजेंसी व विकलांगों द्वारा निर्मित मालों तथा सेवाओं की मार्केटिंग में शामिल गैर-सरकारी संगठनों के जरिए सहायता प्रदान की जाएं।

रिसोर्स पर्सन श्री अमरीश कुमार लवलीन शर्मा श्री सुशील कुमार जांगड़ा ने प्रतिभागियों को विद्यालय में अध्ययनरत बालकों की व्यावहारिक समस्याओं को पहचानना एवं उनका प्रबंधन करवाने का प्रेक्टिकल करवा कर समझाया। जीवन कौशल क्या है? दैनिक जीवन में विशेष बच्चों की कैसे देखभाल करें? उनको शिक्षा कैसे कहां और कब दी जाए? विशेष शिक्षा में आप का क्या भविष्य है? आदि जानकारी होना अति आवश्यक है।

कार्यक्रम के कोऑर्डिनेटर श्री मदनलाल ने कार्यक्रम की रिपोर्ट प्रस्तुत की। अंत में मुख्य अतिथि द्वारा प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए। कार्यक्रम के अंत में आयोजन सचिव डॉ राजेंद्र कुमार ने आए हुए अतिथियों का धन्यवाद किया।

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